Bihar Politics: उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार से की मुलाकात, कहा- सियासी नहीं हुई बात, क्या वाकई ?
रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने स्वीकार किया कि उन्होंने सीएम नीतीश से मुख्यमंत्री आवास में मुलाकात की थी। कल तक वे मुलाकात से भी इंकार कर रहे थे। इस मुलाकात के कई सियासी मतलब निकाले जा रहे हैं जबकि कुशवाहा इंकार कर रहे हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से एक अणे मार्ग स्थिति मुख्यमंत्री आवास में जाकर मुलाकात की है। कल तक वे इस मुलाकात की बात से भी इंकार कर रहे थे। आज उन्होंने स्वीकार किया कि नीतीश कुमार से उनकी औपचाारिक भेंट हुई है। हालांकि आज रविवार (6 दिसंबर) को वे राजनीतिक गलियारों में लगाये जा रहे तमाम कयासों पर विराम लगा रहे है। कुशवाहा ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात का कोई बड़ा सियासी मतलब नहीं निकालें। मगर राजनीतिक पंडित यह मानने को तैयार नहीं हैं।
दोनों को जरूरत
मुलाकात के पीछे राजनीतिक एक्सपर्ट तर्क यह दे रहे हैं कि विधान सभा चुनाव में रालोसपा जीरो पर सिमट गई । जदयू की ताकत भी आधी हो गई। पिछले चुनाव में जदयू ने 71 सीटें जीती थी, इस बार पार्टी 43 पर सिमट गई। विधान सभा चुनाव के बाद बिहार में नए राजनीतिक समीकरण के संकेत मिल रहे हैं। जदयू और रालोसपा दोनों को एक-दूसरे की जरूरत है। दोनों तरफ बेकरारी बराबर है।
कुशवाहा ने स्वीकार किया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारे में तमाम तरह के लगाये जा रहे अटकलों पर उपेंद्र कुशवाहा यह स्वीकार किया कि पिछले दिनों नीतीश कुमार से उनकी औपचारिक भेंट हुई थी । लेकिन , इसका कोई बड़ा सियासी मतलब नहीं था। हाल-फिलहाल कोई चुनाव भी नहीं होने जा रहा है कि इस मुलाकात का कोई निहिर्ताथ हो। कुशवाहा ने जोर देकर कहा कि रालोसपा एक निबंधित दल है और इसका विलय किसी दल में संभव नहीं है। पार्टी को हमारे नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने बड़े परिश्रम से खड़ा किया है।
अभी काम करेंगे और हार की समीक्षा करेंगे
हम पार्टी के विस्तार के लिए काम कर रहे हैं और प्रखंड स्तर पर कार्यक्रमों को ले जाने के लिए रणनीति बना रहे हैं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि रालोसपा का जदयू में कतई विलय नहीं होगा। फिलहाल हमने 104 विधानसभा क्षेत्रों में बैठक कर चुनाव परिणामों की समीक्षा करने का निर्णय लिया है जहां-जहां रालोसपा ने उम्मीदवार उतारे थे। 15 से 25 दिसंबर तक विधानसभावार समीक्षा बैठक करेंगे।