बिहारः केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने चिराग की तरफ बढ़ाया हाथ, दूरी खत्म करने के लिए रखी ये शर्त
सभी को अपना मौलिक अधिकार है वे स्वयं निर्णय ले सकते हैं। केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि चिराग पासवान अगर प्रायश्चित करेंगे तो उनसे मिलना संभव है। मांझी के बयान पर कहा कि उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर (वैशाली): चिराग पासवान अगर प्रायश्चित करेंगे तो उनसे मिलना संभव है। समय बलवान होता है कब क्या परिस्थिति बनेगी कौन जानता है। सभी को अपना मौलिक अधिकार है, वे स्वयं निर्णय ले सकते हैं। मैं किसी भी हाल में उनसे समझौता नहीं करूंगा। उनका मेरे साथ काफी गलत व्यवहार रहा है। उक्त बातें केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने हाजीपुर के कटरा मोहल्ले में अधिवक्ता स्व. वैद्यनाथ सहनी की पत्नी स्व. मुन्नी देवी की श्राद्ध कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मीडिया से कहीं। इस दौरान उन्होंने मांझी के बयान पर कहा कि उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए। यूपी चुनाव में गठबंधन को लेकर सवाल पारस ने कहा कि अभी इसपर कोई निर्णय नहीं हुआ है।
हाजीपुर में चिराग पासवान के लगातार सक्रिय रहने एवं भविष्य में चिराग पासवान से उनके मिलने के सवाल का पारस जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि गलत उसने किया है उसे प्रायश्चित कर आना होगा। समय आने पर इसका निर्णय लिया जाएगा। जीतन राम मांझी के द्वारा ब्राह्मणों के बारे में दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे बड़े नेता हैं। उनके बारे में मैं क्या बोल सकता हूं। यहां प्रजातंत्र हैं। सबको मौलिक अधिकार मिला हुआ है। पारस ने कहा कि मांझी को ऐसी आपत्तिजनक बातें नहीं बोलनी चाहिए थी। यूपी चुनाव में गठबंध के तहत चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि अभी तक यहां कोई निर्णय नहीं हुआ है। इस दिशा में गठबंधन के बैठक होना है उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वहीं नए वर्ष में हाजीपुर को विशेष तोहफा देने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे नार्थ बिहार में सर्वे करा रहे हैं। हाजीपुर के आसपास उनके विभाग का विश्वविद्यालय खुलना है, जिसे जल्द ही खोला जाएगा। वहीं विभाग की ओर से लीची, केला एवं आम के प्रोसेसिंग का कारखाना खुलेगा, जिसमें इस इलाके के लोगों को रोजी-रोटी मिलेगी। इस दिशा में काफी तेजी से काम चल रहा है।