Bihar Politics: जदयू प्रखंड अध्यक्षों के प्रशिक्षण का दूसरा चरण तीन अप्रैल से, 22 जिलों के नेता होंगे शामिल
जदयू के प्रखंड अध्यक्षों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का दूसरा चरण तीन अप्रैल से आरंभ होगा। पार्टी के प्रदेश महासचिव अनिल कुमार ने गुरुवार को इस आशय की जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे चरण के तहत 22 जिलों में स्थित प्रखंड के अध्यक्ष शामिल होंगे।
पटना, राज्य ब्यूरो। जनता दल यूनाइटेड बिहार में अपने संगठन को मजबूत करने में लगातार जुटा है। राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर नया अध्यक्ष मिलने के बाद पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियां लगातार बढ़ी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की बागडोर आरसीपी सिंह को सौंप दी तो प्रदेश अध्यक्ष पद पर उमेश कुशवाहा को लगाया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह इन दिनों अलग से पार्टी के लिए जुटे हैं। जदयू के प्रखंड अध्यक्षों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का दूसरा चरण तीन अप्रैल से आरंभ होगा। पार्टी के प्रदेश महासचिव अनिल कुमार ने गुरुवार को इस आशय की जानकारी दी।
22 जिलों के प्रखंड अध्यक्षों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे चरण के तहत 22 जिलों में स्थित प्रखंड के अध्यक्ष शामिल होंगे। इनमें नवगछिया, खगडिय़ा, बेगूसराय, मुंगेर, भागलपुर, बांका, जमुई, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, नालंदा, जहानाबाद, अरवल, गया, औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर, बक्सर, भोजपुर वैशाली, पटना व बाढ़ संगठन जिला शामिल है। जदयू प्रदेश महासचिव ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह जबकि अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा करेंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में विविध विषयों पर दी जाएगी जानकारी
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार करेंगे और तकनीकी व मीडिया के संबंध में प्रशिक्षण जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमरदीप द्वारा दिया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम के विषय भी तय हैैं। इस बाबत बताया गया कि विषयों में व्यावहारिक समाजवाद, ग्रामीण विकास की योजनाएं एवं समस्याएं, राजस्व एवं भूमि सुधार के संबंध में राज्य सरकार की पहल, प्रखंड स्तर की विधि-व्यवस्था एवं पुलिस प्रशासन, मोटिवेशन एवं मार्गदर्शन, नेतृत्व विकास, कार्य प्रणाली, संस्कृति और समाजवाद, प्रभावकारी कार्यशैली, इंटरनेट मीडिया, समय प्रबंधन एवं लोक व्यवहार, आंतरिक बदलाव, नेतृत्व सफलता की ओर बढ़ते कदम, सामुदायिक संचार एवं अहिंसक संचार शामिल हैं।