Bihar Politics: राजद ने बिहार में कोविड की स्थिति पर सरकार पर किया दोहरा वार, तेजस्वी और जगदानंद ने दी यह नसीहत
तेजस्वी ने केंद्र पर बिहार से सौतेला व्यवहार का आरोप लगाया। 48 सांसदों को भी घेरा पूछा क्या हैसियत नहीं कि अस्पताल शुरू करा सके? जगदानंद ने भी राज्य व केंद्र सरकार को चेताया। कहा ऑक्सीजन से एक भी मृत्यु के लिए दाेनों सरकारें जिम्मेदार।
पटना, राज्य ब्यूरो। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर बिहार को अपेक्षित सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। एनडीए नेताओं को दलगत भावना से ऊपर उठकर महामारी में बिहार को वाजिब हक के लिए आवाज़ उठाना चाहिए। सबकी जान की हिफाजत सामूहिक जिम्मेदारी है। वहीं राजद प्रदेश अध्यक्ष ने भी केंद्र और राज्य सरकार को घेरा है।
तेजस्वी ने कहा कि ऑक्सीजन और वैक्सीन के आवंटन में भी भेदभाव किया जा रहा है। घनी आबादी, उच्च संक्रमण दर, आधारभूत संरचना की कमी के लिहाज़ से बिहार का जो कोटा होना चाहिए, उसमें भी कटौती की गई है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार से क्षेत्रफल और आबादी में छोटे राज्य हरियाणा एवं गुजरात को दवा, ऑक्सीजन आदि का आवंटन अधिक कर दिया गया।
48 सांसदों को भी घेरा
राजद नेता ने कहा कि वह अरसे से प्रार्थना कर रहे हैं कि पांच सौ से अधिक बिस्तरों वाला इएसआइसी के पटना और मुजफ्फरपुर के दोनों अस्पतालों का संचालन शुरू कर दीजिए, लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है। यह बिहार एनडीए के 48 सांसदों और भाजपा-जदयू की सरकार की नाकामियों का सबूत है।
तेजस्वी ने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री, दो-दो उपमुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों और किसी भी सांसद की हैसियत नहीं है कि इन अस्पतालों को शीघ्र शुरू करवा सकें? क्या बिहार और केंद्र सरकार मिलकर कुछ समय के लिए डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की इन अस्पतालों में अस्थायी नियुक्ति नहीं कर सकती है, ताकि मरीज़ों को वापस लौटना न पड़े।
गांवों में ऑक्सीजन पहुंचाए सरकार
बिहार के गांवों में तेजी से फैल रहे संक्रमण से ग्रामीणों की हिफाजत के लिए राजद ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी ऑक्सीजन की व्यवस्था करने की मांग की है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि गांवों में संक्रमण को तत्काल नियंत्रित नहीं किया गया तो स्थिति खतरनाक हो जाएगी। इस बार श्वसन प्रक्रिया पर असर ज्यादा हो रहा है। सांस लेने में परेशानी होते ही लोग पटना की ओर भाग रहे हैं। यहां भी बेड नहीं है। कई लोगों की मौत रास्ते में ही हो जा रही है। इसलिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन की व्यवस्था कर दी जाए तो बहुतों की जिंदगी बचाई जा सकती है।
ऑक्सीजन की कमी से मौत पर सरकार होगी जिम्मेदार
राजद नेता ने कहा कि यदि गांवों में ही ऑक्सीजन की व्यवस्था कर देते हैं तो जीवन क्षति को रोका जा सकता है। नहीं तो स्थिति भयावह हो जाएगी।
जगदानंद ने कहा कि केंद्र में बिहार के कई मंत्री हैैं। अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर ऑक्सीजन का कोटा प्राप्त करें। अभी राजनीति का समय नहीं है। ऑक्सीजन और वैक्सीन के अभाव में यदि एक व्यक्ति की भी मृत्यु होती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी राज्य और केंद्र सरकार की होगी।