बिहार में एनडीए सरकार पर बीजेपी का हमला; नीतीश राज में कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल, मचा सियासी बवाल
बीजेपी ने बिहार में एनडीए की नीतीश सरकार में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा किया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पूर्वी चंपारण में अपराध की स्थिति को बदतर बताया। इसी बहाने उन्होंने नीतीश सरकार को घेरा। इसके बाद पक्ष-विपक्ष में सियासी बयानबाजी तो होनी ही थी।
पटना, जागरण टीम। Bihar Politics बिहार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंतित है। ऐसा तब, जब वह खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के जनता दल यूनाइटेड (JDU) के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने पूर्वी चंपारण जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति के बहाने नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठित अपनी ही सरकार को घेरा है। इसके बाद विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर हमला बोल दिया है तो सत्ता पक्ष ने सफाई दी है। विपक्षी महागठबंधन ने इसे नई सरकार में बीजेपी की दबाव की राजनीति भी करार दिया है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने उठाया कानून व्यवस्था का मुद्दा
डॉ. संजय जायसवाल शुक्रवार की सुबह अपने संसदीय क्षेत्र बेतिया से पटना की यात्रा के दौरान रास्ते में पूर्वी चंपारण के सेमरा में जनता द्वारा किए सड़क जाम में फंस गए। पता चला कि इलाके में आए दिन चोरियां हो रही हैं। ग्रामीणों ने चोर को पकड़ने की कोशिश की तो वह अपनी बाइक छोड़कर भाग गया। इसके बाद स्थानीय तुरकौलिया थाना प्रभारी को फोन करने पर वह उल्टे गांव वालों को धमकाने लगा कि पुलिस आई तो ग्रामीणों को ही गिरफ्तार करेगी। डॉ. संजय जायसवाल ने इस घटना को अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट किया।
अब डीजीपी से मिलकर जानकारी देंगे संजय जायसवाल
फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि पूर्वी चंपारण के थानों में अव्यवस्था के हालात हैं। रक्सौल से लेकर मोतिहारी तक लगातार अपराध हो रहे हैं। मोतिहारी पुलिस प्रशासन अक्षम सिद्ध हो रहा है। उन्होंने इस संदर्भ में रक्सौल हत्याकांड का भी जिक्र करते हुए लिखा है कि इसमें भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है। उन्होंने आगे पटना पहुंचने पर पुलिस महानिदेशक (DGP) से मिलकर पूर्वी चंपारण की कानून व्यवस्था के बारे में बात करने की भी बात लिखी।
बयान पर गरमाई सियासत, पक्ष-विपक्ष ने कही ये बात
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान को विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव की राजनीति बताया। साथ ही यह सवाल खड़ा किया कि जब उनकी ही सरकार है तो कानून-व्यवस्था को ठीक करने में आखिर क्या मजबूरी खड़ी हो रही है?
विपक्ष ने खड़े किए सवाल: कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि बिहार में कानून का राज नहीं रहा। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डीजीपी से मिलने की बात करते हैं। उन्हें तो अपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलना चाहिए। बीजेपी के दो-दो उपमुख्यमंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि बिहार कानून के राज के लिए बीजेपी भी समान रूप से जिम्मेदार है। राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा तेजस्वी यादव के बिहार में अपराधियों के राज की बात की पुष्टि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी कर दी है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास गृह विभाग रहने के कारण बीजेपी सोची-समझी रणनीति के तहत ऐसी बात कर रही है। बात तो सही की जा रही है, लेकिन यह दबाव की राजनीति भी है।
बीजेपी ने दी सफाई: उधर, बीजेपी के प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल सफाई देते हुए कहा कि सरकार कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर है। उसकी चिंता अपनी नीतियों के कार्यान्वयन को लेकर है।
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