Bihar Politics: 'राम' के लिए राजधानी में महाभारत, बंगले में रोशन होगा चिराग या बिखरेगा पारस का रंग
लोजपा में राम के लिए महाभारत की स्थिति है। रामविलास पासवान की जयंती पारस गुट की ओर से पटना में मनाई जा रही है। उधर चिराग पासवान इसी दिन हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं। इसको लेकर पोस्टर वार की स्थिति है।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। तेरे राम, मेरे राम, सबके राम। लेकिन यहां राम के लिए महाभारत छिड़ी हुई है। बात हो रही है लोजपा (LJP) के राम यानी स्व रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) की। एक ओर बेटा तो दूसरी ओर भाई। राजधानी की सड़कों, चौराहों पर लगे पोस्टर भी इस महाभारत की गवाही दे रहे हैं। भतीजे के पोस्टर से चाचा गायब तो चाचा के पोस्टर से भतीजा। कुल मिलाकर इस राजनीतिक महाभारत का तत्काल अंत होता नहीं दिख रहा है।
इधर जयंती उधर आशीर्वाद यात्रा
रामविलास पासवान के बेटे और जमुई के सांसद चिराग पासवान (Jamui MP Chirag Paswan) पांच जुलाई (साेमवार) को अपने पिता की कर्मभूमि से आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं। इधर स्व पासवान के भाई और वर्तमान में हाजीपुर के सांसद पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) का गुट इसी दिन उनकी जयंती पटना में मना रहा है। इसको लेकर पोस्टर से पटना की सड़कों को पाट दिया गया है। बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए हैं। हवाईअड्डा से लेकर लोजपा कार्यालय तक बड़े-बड़े पोस्टर लगे हुए हैं।
दोनों गुट के पोस्टर पर कॉमन हैं राम
चिराग और पारस दोनों गुट के पोस्टरों पर जो कॉमन है वह है रामविलास पासवान और उनके भाई रामचंद्र पासवान की तस्वीर। लेकिन चिराग गुट के पोस्टर में रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज नहीं दिख रहे तो पारस गुट में रामविलास के बेटे चिराग। बड़े-बड़े पोस्टर नेताओं की ओर से लगाए गए हैं। पारस गुट की ओर से लोजपा कार्यालय में जयंती समारोह का आयोजन किया गया है। इसमें लोगों शामिल होने की अपील की गई है। बता दें कि पिछले दिनों लोजपा के पांच सांसदों ने चिराग के प्रति बगावत कर दिया था। इसके बाद पशुपति कुमार पारस को लोजपा का अध्यक्ष चुना गया। इधर चिराग पासवान ने चाचा पर धोखा देने का आरोप लगाया है। इधर देानों के समर्थकों के भी अलग-अलग सुर है। पारस गुट का कहना है कि चिराग को अपने चाचा को अध्यक्ष मानते हुए उनके साथ आना चाहिए। इधर चिराग गुट के लोग अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।