तेज प्रताप यादव खोलना चाहते थे लालू रसोई तो तेजस्वी ने कर दिया मना; जदयू नेताओं ने परिवार को घेरा
Bihar Politics जदयू ने लालू परिवार में खींचतान का बड़ा आरोप लगाया है। जदयू ने दावा किया है तेजस्वी अपने पिता लालू से दूर ही रहना चाहते हैं। वह अपने बीमार पिता के साथ ज्यादती भी कर रहे हैं।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। Bihar Politics: राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव लंबे अरसे के बाद अपनी पार्टी के विधायकों और नेताओं से ऑनलाइन रूबरू हुए तो जदयू ने इस पर तंज कसा है। दरअसल लालू ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ रविवार को वर्चुअल मीटिंग की थी। इस दौरान उन्होंने पार्टी विधायकों को कहा कि वे जनता के बीच जाकर कोरोना पीडि़त लोगों की मदद करें। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पतालों में सुविधाओं को देखें और कमियों को उजागर करें। लालू के इसी बयान पर जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा ने चुटकी है। उन्होंने लालू के दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा है। उन्होंने तेजस्वी पर एक और आरोप भी लगाया है।
जदयू प्रवक्ता बोले- अपने बेटों को क्यों नहीं देते सीख
जदयू प्रवक्ता ने तंज कसते हुए कहा कि लालू के बेटे कोरोना काल में फॉर्म हाउस में मौज काट रहे हैं और अपनी पार्टी के विधायकों को संघर्ष करने की सीख दे रहे हैं। उन्होंने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि बिहार में जब कभी संकट की स्थिति आती है, वे दिखाई नहीं देते हैं। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को प्रवासी नेता कह कर कटाक्ष किया है। उनके पहले जदयू के ही नेता नीरज कुमार और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने भी तेजस्वी पर कुछ इसी अंदाज में हमला बोला था।
राघोपुर और हसनपुर की जनता की करें फिक्र
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि लालू के दोनों बेटे राघोपुर और हसनपुर की जनता की फिक्र करें। दरअसल तेजस्वी यादव वैशाली जिले के राघोपुर और तेज प्रताप समस्तीपुर के हसनपुर से विधायक हैं। लालू यादव ने चारा घोटाले के मामले में जमानत मिलने के बाद अपनी राजनीतिक सक्रियता थोड़ी बढ़ा दी है। इसको लेकर भाजपा और जदयू के नेता लगातार हमलावर बने हुए हैं। कुछ नेताओं ने लालू प्रसाद की खराब सेहत का ध्यान देने की नसीहत भी दी है।
आज राजद की वर्चुअल बैठक में तेजस्वी यादव की रियलिटी फिर दिखी।
तेज प्रताप यादव ने लालू की रसोई शुरू करने का प्रस्ताव दिया और तेजस्वी यादव ने इनकार किया।।
मतलब साफ है जिस तरह इंसान कोरोना से दूर रहना चाहते हैं ठीक उसी तरह तेजस्वी यादव लालू यादव के नाम से।
— Er. Abhishek Jha (@AbhishekJhaNITP) May 9, 2021
जदयू प्रवक्ता यहीं नहीं माने उन्होंने कहा कि तेजस्वी नहीं चाहते कि लालू का नाम अब आम जनता के सामने आए। इसलिए उन्होंने कोरोना काल में लालू रसोई शुरू करने के प्रस्ताव का विरोध किया। अभिषेक के मुताबिक वर्चुअल मीटिंग के दौरान यह प्रस्ताव तेज प्रताप यादव ने पेश किया था।
तेजस्वी यादव और उनका परिवार स्वार्थों से कभी ऊपर नहीं उठ सकता : संजय
प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने रविवार को कहा कि कोरोना की महामारी में राजद की वर्चुअल ड्रामेबाजी आखिरकार संपन्न हो गई। इस वर्चुअल मीटिंग में भी राजद की पूरी बैठक तेजस्वी यादव और उनके परिवार पर अधिक केंद्रित रही। तेजस्वी यादव व उनका परिवार कभी भी स्वार्थ से ऊपर नहीं उठ सकता।
अपने मकसद के लिए बीमार पिता के साथ ज्यादती कर रहे तेजस्वी
संजय ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की तबियत इतनी ही अधिक खराब थी तो उन्हें अपने राजनीतिक मकसद के लिए वर्चुअल मीटिंग में जोड़कर उनके साथ ज्यादती की गई। तेजस्वी यादव को अमानवीय होने का अधिकार किसने दिया?
तेजस्वी यादव को तलाश रही है राघोपुर की जनता
संजय ने कहा कि ऐसी बात भी सामने आई है कि राजद ने अपने विधायकों को महामारी के बीच जनता के लिए काम करने का लक्ष्य दिया है। तेजस्वी यादव भी एक विधायक हैं। राघोपुर की जनता उनका पोस्टर लगाकर उनकी तलाश में है। एक विधायक के नाते अपने विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेवारी भी समझें।