बिहारः कुशेश्वरस्थान व तारापुर उप चुनाव को जदयू के उम्मीदवार लगभग तय, इन्हें मिल सकता है टिकट
Bihar politics कुशेश्वरस्थान व तारापुर दोनों सीटों पर जदयू का कब्जा लंबी अवधि से रहा है। इसलिए जदयू अपनी सीट बरकरार रखने के उद्देश्य से उप चुनाव में उतरेगा। टिकट मिलने वालों का नाम भी लगभग तय है।
राज्य ब्यूरो, पटना : कुशेश्वरस्थान व तारापुर विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाला उप चुनाव जदयू के लिए विशेष तौर पर खास है। इन दोनों सीटों पर जदयू का कब्जा लंबी अवधि से रहा है। इसलिए जदयू अपनी सीट बरकरार रखने के उद्देश्य से उप चुनाव में उतरेगा। उसके प्रत्याशी भी लगभग तय हैं। दिवंगत विधायक शशिभूषण हजारी के पुत्र अमन हजारी को कुशेश्वरस्थान से मौका मिल सकता है। वहीं तारापुर से जदयू के पुराने नेता राजीव सिंह के नाम की चर्चा है। वैसे एक नाम निर्मल सिंह का भी तारापुर के लिए चर्चा में है जदयू से।
एक दशक से जदयू का है कुशेश्वरस्थान
कुशेश्वर स्थान की सीट एक दशक से जदयू के पास है। पिछले विधानसभा चुनाव में वैसे हार-जीत का अंतर बहुत अधिक नहीं था। जदयू के शशिभूषण हजारी को 53,980 वोट मिले थे और कांग्रेस के अशोक कुमार को 46,758 वोट। यहां भी लोजपा का बड़ा पेच था। लोजपा की पूनम कुमारी को 13,362 वोट आ गए थे। वर्ष 2015 के चुनाव में जदयू के टिकट पर शशिभूषण हजारी बड़े अंतर से जीते थे। रामविलास पासवान के दामाद मृणाल लोजपा के प्रत्याशी थे। उन्हें मात्र 25.98 प्रतिशत वोट आए थे और शशिभूषण हजारी को 43.04 प्रतिशत। शशिभूषण हजारी ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में यहां 2010 का विधानसभा चुनाव जीता था। इसलिए उनके नाम का यहां महत्व है। उनके पुत्र अमन हजारी को जदयू यहां से उतारने की तैयारी में है।
मात्र सात हजार वोटों से जीत मिली थी जदयू को तारापुर में
2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू की राह लोजपा की वजह से तारापुर में थोड़ी कठिन हो गयी थी। जदयू प्रत्याशी मेवालाल चौधरी को 64,468 वोट मिले थे। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद के दिव्य प्रकाश को 57,243 वोट आए थे। हार-जीत का अंतर मात्र 7,225 मतों का था। लोजपा ने यहां भी जदयू के खेल बिगाड़ने की कोशिश की थी। मीना देवी को उसने अपना प्रत्याशी बना दिया था। उन्हें 11264 वोट मिले थे। इस बार जदयू ने पहले से ही तारापुर में अपने कैंपेन को शुरू कर दिया है। मेवालाल चौधरी के परिवार से कोई चुनाव मैदान में नहीं आ रहा। उनके पुत्र विदेश में रहते हैैं। दो संभावित प्रत्याशियों के नाम वहां से चर्चा मे है। एक नाम राजीव सिंह का है। राजीव जदयू के पुराने नेता है। एक बार वहां से चुनाव लड़ भी चुके हैैं। शकुनी चौधरी से मात्र 500 मतों से हार गए थे। एक नाम कोआपरेटिव बैंक से संबद्ध निर्मल सिंह का है।