Bihar Politics: जीतन राम मांझी की पार्टी बोली अफसरशाही बर्दाश्त नहीं, सुननी होगी हमारी बात
Bihar Politics बिहार में अफसरशाही का आरोप नया नहीं है। विपक्ष तो लंबे अरसे से सरकार में अफसरों के हावी होने का आरोप लगाता रहा है लेकिन हाल के दिनों में सरकार के अंदर से भी ऐसी आवाजें उठने लगी हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: बिहार में अफसरशाही का आरोप नया नहीं है। विपक्ष तो लंबे अरसे से सरकार में अफसरों के हावी होने का आरोप लगाता रहा है, लेकिन हाल के दिनों में सरकार के अंदर से भी ऐसी आवाजें उठने लगी हैं। और तो और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) की पार्टी जदयू (JDU) के विधायक और मंत्री मदन सहनी (Minister Madan Sahani) ने तो अफसरों की मनमानी के खिलाफ इस्तीफे तक की चेतावनी दे दी थी। अब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jeetan Ram Manjhi) की पार्टी ने भी अफसरों की मनमानी का मसला उठाया है और कहा है कि इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा के कई मंत्री और नेता भी इस तरह की बात करते रहे हैं।
अफसरों से मिलकर कराएं समस्याओं का समाधान
हम के प्रदेश अध्यक्ष बीएल वैश्यंत्री ने कहा कि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) की सरकार में अहम भूमिका है। जन समस्याओं को लेकर पार्टी के कार्यकर्ता, अफसरों से मिले और समस्याओं का समाधान करें। पार्टी के कार्यकर्ताओं की बात निश्चित तौर पर पदाधिकारी सुनेंगे। यदि अफसरों के द्वारा कार्यकर्ताओं की अनदेखी होती है, तो उसे हमारी पार्टी कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
जीतन राम मांझी के विचारों को गांव-गांव तक पहुंचाने पर जोर
बीएल वैश्यंत्री ने गुरुवार को संगठन विस्तार को लेकर आयोजित पार्टी के प्रदेश सचिवों की बैठक में पार्टी नेताओं को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के विचारों को गांव-गांव तक पहुंचाने को कहा। मौके पर विधायक डॉ अनिल कुमार, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल चंद्रा व मीडिया प्रभारी अमरेंद्र त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।
मदन सहनी के मामले ने पकड़ लिया था तूल
बिहार में अफसरशाही पर सवाल उठाए जाने के मंत्री मदन सहनी के मामले ने तूल पकड़ लिया था। मंत्री ने यहां तक कह दिया था कि उनका सम्मान नहीं बचेगा तो वे अपने पद से इस्तीफा देकर केवल विधायक की तरह काम करते रहेंगे। हालांकि बाद में उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हुई और इसके बाद मामला शांत हुआ।