चिराग ने चाचा पारस को दिखाया दम, पांच को हाजीपुर से निकालेंगे आशीर्वाद यात्रा; जल्द आएंगे बिहार
Bihar Politics चिराग गुट ने दावा किया कि 12 राज्य कमेटियों के अध्यक्ष समेत राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 90 फीसद लोग उनके साथ हैं। चिराग ने एलान किया कि अपने पिता की कर्मभूमि हाजीपुर से वे पांच जुलाई को संघर्ष यात्रा शुरू करेंगे।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: चिराग पासवान ने रविवार को दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के जरिये शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने पांच जुलाई को पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान के जन्मदिन को पूरे देश में मनाने और उस दिन हाजीपुर से 'आशीर्वाद यात्रा' निकालने की घोषणा की। यह यात्रा दो महीने तक हर जिला और प्रखंड मुख्यालय तक जाएगी। चिराग ने कहा कि पूरे प्रदेश में यात्रा पूरी करने के बाद इसका समापन पटना में विशाल रैली से होगा और वे विरोधियों को करारा जवाब देंगे। रैली के दिन पटना में ही राष्ट्रीय कार्य परिषद की बैठक होगी।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी के ज्यादातर सदस्यों के साथ का दावा
पार्टी में चिराग गुट के प्रधान महासचिव अब्दुल खालिक ने दावा किया कि चिराग के आवास पर आयोजित बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 66 सदस्य शामिल हुए। इनमें 43 सदस्य सशरीर बैठक में मौजूद रहे, जबकि 23 सदस्यों ने वर्चुअल हिस्सा लिया। सशरीर उपस्थित होने वालों में राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रधान महासचिव के अलावा एक उपाध्यक्ष, चार महासचिव, नौ सचिव, 20 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, 10 प्रकोष्ठों के अध्यक्ष शामिल थे। वर्चुअल रूप से दो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, एक महासचिव, दो सचिव, दो प्रकोष्ठों के अध्यक्ष और 13 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए। सभी ने चिराग पासवान के नेतृत्व में विश्वास जताया और उनके तमाम फैसलों को सर्वसम्मति से माना। बैठक में पहले चिराग पासवान ने मौजूद सदस्यों को पार्टी संविधान के तहत शपथ दिलाई।
पांच प्रस्ताव पारित
1. चिराग पासवान के नेतृत्व में विश्वास एवं सभी फैसलों पर सहमति प्रस्ताव।
2. पशुपति कुमार पारस द्वारा लोजपा के नाम पर की गई घोषणा और उनके बयानों की निंदा प्रस्ताव।
3. रामविलास पासवान को भारत रत्न देने तथा बिहार में उनकी प्रतिमा स्थापना करने की प्रधानमंत्री से मांग।
4. कोरोना से पीडि़त लोगों को घर-घर जाकर मदद करने और टीकाकरण में कार्यकर्ताओं की भागीदारी।
5. बिहार में बाढ़ से प्रभावित जनता को हर संभव मदद पहुंचाने का संकल्प
चाचा पारस को पार्टी का नाम इस्तेमाल नहीं करने की दी नसीहत
बिहार की राजनीति में राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की खड़ी गई पार्टी लोजपा (LJP) में हक की लड़ाई अब दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है। रविवार को दिल्ली में चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने अपने घर पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर चाचा पशपुति कुमार पारस (Pashupati Paras) को पार्टी का सिंबल और नाम नहीं इस्तेमाल करने की चुनौती दी।
चिराग को कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का अधिकार नहीं
इससे पहले लोजपा के पारस गुट ने शनिवार को नया दांव चलते हुए लोजपा के राष्ट्रीय एवं प्रदेश के विभिन्न प्रकोष्ठों की कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया था। पशुपति कुमार पारस ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय, प्रदेश एवं विभिन्न प्रकोष्ठों की कमेटियों की घोषणा जल्द की जाएगी। चिराग गुट द्वारा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाए जाने पर पारस ने कहा कि चिराग को यह बैठक बुलाने का अधिकार नहीं है। पार्टी संविधान के मुताबिक वे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। फिलहाल पार्टी की सोलह सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी गठित कर दी गई है। एक सवाल पर उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग को कार्यकारिणी के सदस्यों की सूची अभी इसलिए नहीं सौंपी गई है कि नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी से मंजूरी ली जाएगी।
पारस गुट की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ये चेहरे
पारस गुट की ओर से गठित राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, सांसद वीणा देवी, पूर्व सांसद वीणा सिंह, पूर्व विधायक सुनीता शर्मा तथा अनिल चौधरी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सांसद चंदन सिंह एवं प्रिंस राज, पूर्व विधायक विरेश्वर सिंह, डॉ. उषा शर्मा, राकेश चौधरी, रणवीर सिंह गुठा, रामजी सिंह और राज कुमार राज को महासचिव, हीरा प्रसाद मिश्रा को सचिव, संजय सर्राफ को राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं महासचिव, विनोद नागर को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं प्रवक्ता नियुक्त किया गया है।
कार्यकारिणी में चिराग के साथ बहुमत : राजू तिवारी
लोजपा (चिराग गुट) की बैठक में रविवार को यह तय हो गया है कि कार्यकारिणी में बहुमत किसके साथ है। प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने दिल्ली से दूरभाष पर दावा किया कि कार्यकारिणी सदस्य चिराग के साथ हैं। पारस गुट द्वारा राष्ट्रीय एवं प्रदेश की कार्यकारिणी और विभिन्न प्रकोष्ठों को भंग किए जाने के सवाल पर कहा कि यह हास्यास्पद है। पार्टी से निष्कासित पशुपति कुमार पारस को अधिकार नहीं है कि वे कार्यकारिणी या प्रकोष्ठों को भंग करें।
चिराग बोले, नीतीश की नीतियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
चिराग पासवान ने बैठक में आरोप लगाया कि दलित मतदाताओं की एकजुटता को तोडऩे का प्रयास अरसे से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दलितों को बांटने का काम किया। हमने उनकी नीतियों का चुनाव में विरोध किया। इसके चलते विधानसभा चुनाव में जदयू की सीटों की संख्या आधी हो गई। इससे लोजपा को तोडऩे की साजिश रची गई। इससे हम नहीं डरेंगे और आगे लड़ाई तेज करेंगे। यदि बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू द्वारा दिए गए 15 सीट के प्रस्ताव पर समझौता कर लिया होता तो बिहार में हमारा भी मंत्री होता, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया।