Bihar Politics: चिराग पासवान ने पशुपति पारस को ऐसे दिया सम्मान, परिवार में दूरियां पाटने की कोशिश
Bihar Politics चिराग पासवान के हर कदम पर उनके चाचा की अगुवाई वाली खेमे की नजर है। इसके लिहाज से रणनीति भी बनाई जाती है। पारस गुट खुद को ही असली लोजपा और राम विलास पासवान की विरासत का दावेदार बताता है।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: लोजपा (चिराग गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने पिता रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की पहली बरसी के बहाने पारिवारिक एकजुटता की पहल की है। 12 सितंबर को राजधानी पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित आवास पर रामविलास की बरसी पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन है। इसके लिए चिराग ने दस हजार आमंत्रण कार्ड छपवाए हैं, जिन पर उन्होंने चाचा पशुपति कुमार पारस, चचेरे भाई कृष्ण राज, प्रिंस राज एवं यश राज के नाम भी छपवाए हैं। इससे चिराग ने यह संदेश भी दिया है कि परिवार में राजनीतिक मतभेद अपनी जगह है, लेकिन इससे पारिवारिक संबंध प्रभावित नहीं होते। आपको बता दें कि पासवान परिवार में मतभेद सार्वजनिक होने और लोजपा में दोफाड़ होने के बाद चिराग और उनके चाचा पारस ने लगातार ही एक-दूसरे के खिलाफ सार्वजनिक मंच से बयान दिए हैं।
अब तक साढ़े आठ हजार आमंत्रण पत्र बांटे जा चुके
लोजपा के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने बताया कि चिराग खुद राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह को आमंत्रण कार्ड देंगे। अब तक साढ़े आठ हजार से ज्यादा आमंत्रण कार्ड बांटे जा चुके हैं।
लोजपा का पारस गुट भी बनाने में जुटा है रणनीति
चिराग पासवान के हर कदम पर उनके चाचा की अगुवाई वाली खेमे की नजर है। इसके लिहाज से रणनीति भी बनाई जाती है। पारस गुट खुद को ही असली लोजपा और राम विलास पासवान की विरासत का दावेदार बताता है। उम्मीद है कि यह खेमा भी राम विलास की बरसी पर जरूर ही कार्यक्रम आयोजित करेगा। हालांकि इसकी रूपरेखा अभी सामने नहीं आई है। इधर, चिराग गुट की कोशिश है कि इस मौके पर राम विलास के नाम के सहारे कोर वोटरों की सहानुभूति बटोरी जाए।