Move to Jagran APP

उपेंद्र कुशवाहा समेत 12 की बढ़ सकती है परेशानी, पटना हाईकोर्ट ने MLC मनोनयन मामले में फैसला किया सुरक्षित

Bihar Politics जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा मंत्री अशोक चौधरी और जनक राम समेत राज्यपाल कोटे से मनोनीत किए गए 12 विधान पार्षदों की परेशानी बढ़ सकती है। पटना हाईकोर्ट ने उनके मनोनयन को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई पूरी होने के बाद आदेश सुरक्षित रखा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Tue, 14 Sep 2021 04:41 PM (IST)Updated: Tue, 14 Sep 2021 05:30 PM (IST)
उपेंद्र कुशवाहा समेत 12 की बढ़ सकती है परेशानी, पटना हाईकोर्ट ने MLC मनोनयन मामले में फैसला किया सुरक्षित
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और मंत्री अशोक चौधरी। जागरण आर्काइव।

राज्य ब्यूरो, पटना। पटना हाईकोर्ट ने बिहार में राज्यपाल कोटे से मनोनीत किए गए 12 विधान पार्षदों के मनोनयन को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई पूरी कर आदेश सुरक्षित रख लिया। वरीय अधिवक्ता बसंत कुमार चौधरी की याचिका पर मुख्य न्यायाधीश संजय करोल एवं न्यायाधीश एस कुमार की खंडपीठ ने सुनवाई की। राज्यपाल कोटे से मनोनीत किए गए 12 विधान पार्षदों में खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम और भवन निर्णाण मंत्री अशोक चौधरी के साथ ही जदूय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी शामिल हैं। 

loksabha election banner

तय मानक के अनुरूप नहीं हुआ मनोनयन

याचिकाकर्ता के अधिवक्ता का कहना था कि भारत के संविधान के प्रावधानों के तहत साहित्य, कलाकार, वैज्ञानिक, सामाजिक कार्यकर्ता व सहकारिता आंदोलन से जुड़े हुए विशिष्ट लोगों का राज्यपाल कोटे से मनोनयन हो सकता है। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि एक सामाजिक कार्यकर्ता को काम का अनुभव, व्यवहारिक ज्ञान और विशिष्ट होना चाहिए। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने कहा कि इन सब बातों को अनदेखा किया गया है। 

संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन है मनोनयन

बसंत कुमार चौधरी ने कोर्ट को बताया कि मनोनीत किए गए सदस्यों में कोई पार्टी का अधिकारी है, तो कोई कहीं का अध्यक्ष। जिन लोगों को मनोनीत किया गया है वे ना तो साहित्य की विधा से जुड़ें हैं और ना वैज्ञानिक और ना तो कलाकार हैं। यह संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन है। ऐसा फैसला सभी मापदंडो को अनदेखा करते हुए लिया गया है। पिछ्ली सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार के महाधिवक्ता से पूछा था कि क्या मनोनीत किए गए एमएलसी में राज्य के मंत्री पद पर है क्या? बता दें कि अभी 

इनका किया गया है मनोनयन

विधान पार्षद के रूप में खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम और भवन निर्णाण मंत्री अशोक चौधरी, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, डा. राम वचन राय, संजय कुमार सिंह, ललन कुमार सर्राफ, डा राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, संजय सिंह, देवेश कुमार, प्रमोद कुमार, घनश्याम ठाकुर और निवेदिता सिंह का राज्यपाल के कोटे से मनोनयन किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.