बिहार में प्रवर्तन अवर निरीक्षक की मुख्य परीक्षा और सहायक अवर निरीक्षक का टाइपिंग टेस्ट जल्द
BPSSC Recruitment Schedule बिहार में प्रवर्तन अवर निरीक्षक के लिए मुख्य परीक्षा और सहायक अवर निरीक्षक (आशु) के लिए टाइपिंग और स्टेनोग्राफी टेस्ट बहुत जल्द आयोजित किए जाने की संभावना है। इस संबंध में जानकारी बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने दी है।
पटना, आनलाइन डेस्क। BPSSC News: बिहार में प्रवर्तन अवर निरीक्षक (Enforcement sub inspector) के लिए मुख्य परीक्षा और सहायक अवर निरीक्षक (आशु) (Stenographer Assistant Sub Inspector) के पदों के लिए टाइपिंग और स्टेनोग्राफी टेस्ट बहुत जल्द आयोजित किए जाने की संभावना है। इस संबंध में जानकारी बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (Bihar Police Sub Ordinates Services Commission) ने दी है। प्रवर्तन अवर निरीक्षक के पदों के लिए सूचना विज्ञापन संख्या 02/2019 के अंतर्गत जबकि सहायक अवर निरीक्षक आशु के लिए सूचना विज्ञापन संख्या 01/2020 के अंतर्गत प्रकाशित की गई थी।
सहायक अवर निरीक्षक आशु के लिए पिछले साल मार्च में शुरू हुई प्रक्रिया
सरकार ने सहायक अवर निरीक्षक (आशु) के 133 रिक्त पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया पिछले साल मार्च में शुरू की थी। इसके लिए तीन मार्च 2020 को विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। 4 से 30 मार्च तक इन पदों के लिए आनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे। इन पदों के लिए लिखित परीक्षा ली जा चुकी है। लिखित परीक्षा के सफल उम्मीदवार को अब हिंदी श्रुति लेखन, टंकण टेस्ट और कंप्यूटर ज्ञान की परीक्षा देनी होगी। इसके बाद मेधा सूची के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। इन पदों के लिए मेडिकल टेस्ट पास करना भी जरूरी होगा। इन पदों के लिए न्यूनतम योग्यता इंटर पास निर्धारित की गई थी।
दिसंबर 2019 में निकला था प्रवर्तन अवर निरीक्षक का विज्ञापन
बिहार के परिवहन विभाग में प्रवर्तन अवर निरीक्षक के 212 पदों के लिए विज्ञापन तीन दिसंबर 2019 को प्रकाशित किया गया था। इस भर्ती प्रक्रिया के लिए पहले चरण की लिखित परीक्षा हो चुकी है। सफल उम्मीदवारों को अब मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। इसके बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा और अंतिम में साक्षात्कार में सफल होने वाले उम्मीदवारों के आधार पर मेधा सूची तैयार की जाएगी। इन पदों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक या समकक्ष निर्धारित की गई थी। अलग- अलग श्रेणियों में शैक्षणिक योग्यता की शर्तें अलग-अलग थीं।