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बिहार पंचायत चुनाव 2021: फर्जी मतदान अब नहीं होगा संभव, आयोग ने पहली बार दी मशीन को हरी झंडी

Bihar Panchayat Election 2021 राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव के प्रत्येक चरण में फर्जी मतदान पर रोक लगाने के लिए पहली बार बायोमीट्रिक मशीनों के उपयोग का फैसला किया है। प्रत्येक चरण में हर बूथ पर बायोमीट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 07:51 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 07:51 PM (IST)
बिहार पंचायत चुनाव 2021: फर्जी मतदान अब नहीं होगा संभव, आयोग ने पहली बार दी मशीन को हरी झंडी
पंचायत चुनाव में बोगस या फर्जी वोट देना अब नहीं होगा आसान। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना : पंचायत चुनाव में बोगस या दोबारा वोट देना अब संभव नहीं होगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव के प्रत्येक चरण में फर्जी मतदान पर रोक लगाने के लिए पहली बार बायोमीट्रिक मशीनों के उपयोग का फैसला किया है। प्रत्येक चरण में हर बूथ पर बायोमीट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी। आयोग को यह मशीनें ब्राडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड आपूर्ति करेगी। सोमवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को बायोमीट्रिक के उपयोग से जुड़े दिशा निर्देश जारी कर दिए। 

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हर बूथ पर लगेगी बायोमीट्रिक मशीन

आयोग की ओर से जिलों को भेजी गाइड लाइन में स्पष्ट किया गया है कि हर बूथ पर बायोमीट्रिक सत्यापन की व्यवस्था की गई है। ताकि एक मतदाता अपने मूल बूथ के अलावा अन्य मतदान केंद्र पर जाकर वापस वोट न कर सकें। चुनाव में करीब 15 हजार मशीनें प्रयोग में लाई जाएंगी। 

बूथ पर तैनात रहेंगे तकनीकी कर्मचारी

मतदाता की बायोमीट्रिक पहचान के लिए हर बूथ पर एक तकनीकी कर्मचारी तैनात रहेंगे। जिनके पास मशीन और टैबलेट रहेेंगे। यह कर्मचारी हर वोटर के अंगूठे का निशान, उनकी फोटो, इपिक और मतदाता पर्ची की फोटो लेकर उसे बायोमेट्रिक के डेटाबेस में सुरक्षित करेंगे। 

दोबारा वोट डाला तो सिस्टम करेगा पहचानऑ

डेटाबेस बनने के बाद यदि कोई मतदाता किसी भी बूथ पर दोबारा मत डालने आएगा तो सिस्टम उसकी तुरंत पहचान कर उसे बोगस मतदाता के रूप में चिह्नित कर पूर्व में किए मतदान का एलर्ट संबंधित कर्मचारी को भेज देगा। 

आधार फिंगर प्रिंट से भी पहचान

आयोग की गाइड लाइन के अनुसार मतदाता वैकल्पिक दस्तावेज के रूप में आधार कार्ड लेकर आते हैं तो उनके आधार संख्या और फिंगर प्रिंट से उनका तत्काल सत्यापन हो जाएगा। सत्यापन संबंधी डाटा क्लाउड पर संग्रहित किया जाएगा ताकि फर्जी मतदान रोका जा सके। 

इंटरनेट बाधित फिर भी होगी पहचान

बूथ पर इंटरनेट कनेक्टिविटी बाधित होती है तो वैसी स्थिति में भी बोगस वोटर की आसानी से पहचान हो जाएगी। बायोमेट्रिक सत्यापन कार्य के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने ब्राडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड को प्राधिकृत किया है। 

कामन सर्विस सेंटर करेंगे मदद

यह कंपनी कामन सर्विस सेंटर के तकनीकी कॢमयों के साथ मिलकर यह काम करेगी। बायोमेट्रिक सत्यापन कार्य की मानिटरिंग प्रखंड स्तर पर, जिला स्तर पर और राज्य निर्वाचन स्तर पर एमआइएस के जरिए होगी। बायोमेट्री मशीन का हर चरण में सभी बूथों पर प्रयोग किया जाएगा। 


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