Move to Jagran APP

Bihar Panchayat Chunav: जिला परिषद के उम्‍मीदवारों को सुकून दे रहा राज्‍य निर्वाचन आयोग का फैसला

Bihar Panchayat Chunav 2021 पंचायत चुनाव को 11 चरणों में कराने का बिहार राज्‍य निर्वाचन आयोग का फैसला जिला परिषद के उम्‍मीदवारों के लिए वरदान साबित हो रहा है। पटना में कई लोग इसका फायदा उठा चुके हैं। कैसे यह आप भी जान लीजिए

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Tue, 02 Nov 2021 07:57 AM (IST)Updated: Tue, 02 Nov 2021 07:57 AM (IST)
Bihar Panchayat Chunav: जिला परिषद के उम्‍मीदवारों को सुकून दे रहा राज्‍य निर्वाचन आयोग का फैसला
हारने के बाद दूसरी सीट से मैदान में उतर रहे जिला परिषद उम्‍मीदवार। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Bihar Panchayat Chunav 2021: बिहार में पंचायत चुनाव 11 चरणों में कराने का फैसला जिला परिषद के उम्‍मीदवारों को खूब रास आ रहा है। खासकर वैसे उम्‍मीदवारों को जो शुरुआती चरणों में अपनी सीटों पर चुनाव हार चुके हैं। पटना में जिला परिषद का चुनाव हारने वाले कई उम्‍मीदवार अब दूसरी सीट से किस्‍मत आजमाने में जुट गए हैं। इनमें पटना जिला परिषद की अध्यक्ष रहीं अंजू कुमारी भी शामिल हैं। अंजू कुमारी अपने निर्वाचन क्षेत्र संपतचक से हारने के बाद फतुहा प्रखंड से चुनाव लड़ने पहुंच गई हैं। खुसरूपुर जिला परिषद सीट से हार के बाद अंकिता कुमारी फतुहा और पटना सदर प्रखंड अति पिछड़ा सुरक्षित सीट से चुनावी दंगल में उतर गई हैं। 2016 में जिला परिषद अध्यक्ष पद के चुनाव में अंकिता रनर अप रही हैं। इस बार के चुनाव में हार का सामना करने वाले कई पूर्व जिप सदस्य मनेर और दानापुर प्रखंड से चुनावी दंगल में उतरने की तैयारी में हैं।

loksabha election banner

त्रिस्तरीय पंचायत राज का चुनाव इस बार कई मायने में अलग है। 45 सदस्यों वाले जिला परिषद के 19 क्षेत्रों का नतीजा घोषित हो गया है जिसमें एक मात्र पुरानी सदस्य श्वेता विश्वास दोबारा चुनाव जीत सकीं। शेष 18 क्षेत्रों से नए चेहरों को मतदाताओं ने चुना है। हारने वालों में निवर्तमान अध्यक्ष अंजू देवी, उपाध्यक्ष ज्योति सोनी और अध्यक्ष पद की रनर रही अनीता कुमारी शामिल हैं। अंजू और अनीता ने तो फतुहा अति पिछड़ा सीट से आमने-सामने मैदान में उतर गई। अंकिता ने पटना सदर प्रखंड से भी नामांकन किया है। जिला परिषद की तीन सीटों से चुनाव लडऩे वाली पहली महिला उम्मीदवार के रूप में अंकिता का नाम दर्ज हो गया है। उपाध्यक्ष रहीं ज्योति सोनी बिहटा से हारने के बाद अब दानापुर से किस्मत आजमा सकती हैं। यहां अंतिम चरण में 12 दिसंबर को मतदान होना है।

चुनाव में नहीं घटा बैंक बैलेंस

संपतचक जिला परिषद सीट से चुनाव लड़ने के पहले निवर्तमान जिप अध्यक्ष अंजू देवी, उनके पति, सास-ससुर के पास जो नकदी और बैंक बैलेंस था उसमें कोई कमी नहीं आई है। जितना नकदी और बैंक बैलेंस था वही चुनाव हारने के बाद फतुहा से नामांकन के साथ दाखिल हलफनामा में दर्शाया है। यही हाल अंकिता कुमारी के साथ है। तीन-तीन जगहों से नामांकन करने वाली अंकिता कुमारी का बैंक बैलेंस और नकदी यथावत बचा हुआ है। यह खुलासा दाखिल हलफनामा में किया है।

मनेर और दानापुर से चुनाव लड़ने की तैयारी

चुनाव हारने के बाद खुसरूपुर कि निवर्तमान जिप सदस्य अंकिता कुमारी तीन जगहों से और निवर्तमान अध्यक्ष दो जगहों से चुनाव लड़ रही हैं। फतुहा में सफलता मिली तो ठीक नहीं तो  मनेर प्रखंड से अति पिछड़ा सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। आपको बता दें कि पंचायत चुनाव में केवल जिला परिषद के लिए ऐसी छूट है कि जिले का कोई मतदाता कहीं से भी नामांकन का पर्चा दाखिल कर सकता है। बाकी पदों के लिए वार्ड, पंचायत या प्रखंड का मतदाता होने की बाध्‍यता है। एक प्रखंड में चुनाव एक ही चरण में कराया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.