बिहार पंचायत चुनाव 2021: पंचायत पर राज का छाया ऐसा खुमार, खुद नहीं तो पत्नी पर लगा रहे दांव
Bihar Panchayat Chunav 2021 जिले में कई ऐसे पंचायत प्रतिनिधि हैं जो अपने कार्यकाल में कार्यों का अंजाम भुगत रहे हैं और आयोग ने पंचायत राज विभाग ने उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। इस हाल में वो पत्नी को चुनावी मैदान में उतार रहे हैं।
जागरण संवाददाता, चौसा (बक्सर) । पंचायत चुनाव को लेकर एक से बढ़कर एक रंग देखने को मिल रहे हैं। वह भी जब गांव-गवई का चुनाव हो, जिसमे तरह-तरह के परिदृश्य नजर आते हैं। खासकर उनके लिए, जो चाह कर भी चुनावी मैदान में नहीं कूद सकते, लेकिन पंचायत पर राज करने की हसरतें त्याग भी नहीं सकते। जिले में कई ऐसे पंचायत प्रतिनिधि हैं, जो अपने कार्यकाल में कार्यों का अंजाम भुगत रहे हैं और आयोग ने पंचायत राज विभाग ने उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। ऐसे में अब वो पत्नी को सामने लाकर अपना दांव खेल रहे हैं।
पत्नी को उतारा चुनावी मैदान में
ऐसा ही मामला राजपुर प्रखंड में मगरांव पंचायत के नामांकन में भी देखने को मिली। जहा कई वर्षो से मंशा पाले हुए थे कि इस बार आगामी आने वाले पंचायत चुनाव में दांव आजमाएंगे। इसको लेकर तैयारी भी की गई, मगर, कुछ संवैधानिक कारणों के चलते वह खुद चुनाव के लिए नामांकन न कर, अपनी पत्नी को नामांकन करा मैदान में उतार दिया। अब आगे जो भी हो, लेकिन चुनाव लड़ने की चाहत अपनी पत्नी से पूरा करवा रहे हैं।
राजपुर प्रखंड के मगराव पंचायत के पूर्व पैक्स अध्यक्ष रहे अरविंद सिंह पर विगत 2017 में धान गबन के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ। जिसमें उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी। लेकिन, जमानत लेकर बाहर आ गए। लेकिन, अभी कोर्ट में केस चल रहे है, उन्हें इस मामले में डर बना रहा नामांकन किया तो कही कानूनी अड़चन न आ जाये। ऐसे में उन्होंने शनिवार को अन्य प्रत्याशियों की तरह अपने समर्थकों के साथ अपनी पत्नी मालती देवी का मुखिया पद पर नामांकन दाखिल किया। अब नामांकन तो पत्नी का पूरा हुआ और लेकिन साख तो पतिदेव की ही दांव पर है। ऐसे कई हैं और देखना दिलचस्प होगा कि जनता गबन के मामले को भूल जाती है याद रखती है।