बिहार: दरभंगा में सात करोड़ के गहनों की लूट का अभी तक नहीं मिला सुराग, दो साल में 47 करोड़ का सोना ले उड़े लुटेरे
बिहार के दरभंगा में बुधवार को हुई सात करोड़ के गहनों की लूट के मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। बीते दो सालों की बात करें तो राज्य में करीब 10 बड़ी वारदातों में 47 करोड़ से अधिक के गहने लूटे गए हैं।
पटना, बिहार ऑनलाइन डेस्क। बिहार के दरभंगा स्थित बड़ा बाजार में बुधवार को स्वर्ण व्यवसायी से हुई लूट के मामले में घटना के दो दिनों बाद तक पुलिस के हाथ खाली हैं। वारदात को सुलझाने के लिए विशेष अनुसंधान दल (SIT) का गठन किया गया है। कांड के अनुसंधान की मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय (Police HQ) खुद कर रहा है। दरभंगा की वारदात जोड़ दें तो बीते दो साल के दौरान बिहार में गहनों व सोने की लूट की कई बड़ी घटनाओं में करीब 47 करोड़ की लूट हुई है और अधिकांश मामलों में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं।
अभी तक अंधेरे में लकीर पीट रही पुलिस
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को अभी तक लाइनर की तलाश है। वारदात के सूत्र दरभंगा के बाहर भी तलाशे जा रहे हैं। मुजफ्फरपुर सहित आसपास के जिलों में भी छापेमारी की जा रही है। दरभंगा में कुछ संदिग्धों का हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हालांकि, अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
दरभंगा के आइजी की निगरानी में अनुसंधान आरंभ
कांड के अनुसंधान के लिए दरभंगा के सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है, जिसकी तीन टीमें लुटेरों की खोज में लग चुकी है। अनुसंधान में एसटीएफ को भी लगाया गया है। सीआइडी के एसपी के नेतृत्व में एफएसएल की टीम भी जांच में जुटी है। अनुसंधान के लिए गठित एसआइटी की निगरानी दरभंगा रेंज के आइजी कर रहे हैं।
बुधवार की शाम से ही अनुसंधान में जुटी एसआइटी
पुलिस मुख्यालय स्तर पर गठित एसआइटी बुधवार की देर शाम दरभंगा पहुंची। इसमें एसटीएफ, सीआइडी और फॉरेंसिक विभाग के अधिकारी शामिल किए गए हैं। टीम बुधवार की देर शाम से ही अनुसंधान में जुट गई है। टीम में शामिल सीआइडी के एसपी शैलेश कुमार तथा एसआइटी के अन्य अधिकारियों ने लूटपाट की शिकार दुकान की जांच की। फोरेंसिक टीम ने जांच के लिए नमूने एकत्र किए।
घटना के दो दिन बाद तक कोई सुराग नहीं
विदित हो कि दरभंगा के बड़ा बाजार स्थित आभूषण की थोक दुकान 'अलंकार ज्वेलर्स' से करीब आठ लुटेरे सात करोड़ से अधिक के सोने के गहने लूट ले गए। लूटपाट के दौरान अपराधियों ने जमकर गोलीबारी भी की। खास बात यह रही कि वारदात स्थल से करीब दो सौ मीटर दूर पुलिस तैनात थी, लेकिन वह मौके पर आधे घंटे बाद पहुंची। बाद में आइजी अजिताभ कुमार और एसएसपी बाबूराम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस की चार टीमों को तत्काल छापेमारी में लगाया गया। बाद में पुलिस मुख्यालय ने एसआइटी का भी गठन किया। हालांकि, घटना के दो दिन बाद तक पुलिस को कोई खास सुराग नहीं मिला है।
दो साल के दौरान स्वर्ण व्यवसायियों से लूट की प्रमुख घटनाएं
- दरभंगा (9 दिसंबर 2;020) : दरभंगा के बड़ा बाजार में स्वर्ण व्यवसायी से सात करोड़ की लूट।
- बेगूसराय (19 सितम्बर 2020) : बेगूसराय के तेघड़ा में लक्ष्मी ज्वेलर्स से एक करोड़ रुपये से अधिक के गहनों की लूट।
- पूर्वी चंपारण (9 सितम्बर 2020) : जिला मुख्यालय मोतिहारी के सोनारपट्टी से स्वर्ण व्यवसायी को गोली मार कर पांच लाख के गहने लूटे।
- बेगूसराय (28 अगस्त 2020) : बेगूसराय के तेघड़ा में राज लक्ष्मी ज्वेलर्स से 1.10 करोड़ रुपये के गहने लूटे।
- पटना (6 जुलाई 2020) : पटना के मुन्ना चक स्थित एक आभूषण दुकान से 15 लाख के गहनों की लूट।
- पटना (4 फरवरी 2020) : पटना के दानापुर स्थित खगौल के शिवम ज्वेलर्स से 90 लाख के गहनों की लूट।
- वैशाली (23 नवंबर 2019) : जिला मुख्यालय हाजीपुर स्थित 'मुथूट फाइनेंस' के शाखा कार्यालय से 20 करोड़ से अधिक के सोने की लूट।
- बेगूसराय (12 नवंबर 2019) : बेगूसराय के गरहारा ठाकुरीचक में दो स्वर्ण व्यवसायियों से सात करोड़ के गहनों की लूट।
- पटना (26 अक्टूबर 2019) : पटना के अगमकुआं इलाके के मां गायत्री ज्वेलर्स से नौ लाख के गहनों की लूट। लूट के दौरान एक व्यक्ति की गोली मार कर हत्या।
- पटना (22 जून 2019) : पटना के राजीव नगर में पंचवटी रत्नालय दुकान से चार करोड़ के गहने एवं 30 लाख नगद की लूट।
- मुजफ्फरपुर (6 फरवरी 2019) : मुजफ्फरपुर के भगवानपुर स्थित 'मुथूट फाइनेंस' कंपनी के कार्यालय से पांच करोड़ के सोने व दो लाख नगद की लूट।