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बिहार एक ऐसा भी थाना जहां वारदात हो जाए तो प्राथमिकी दूसरे थाने में दर्ज करानी पड़ेगी

बिहार का एक थाना ऐसा भी है जहां अगर कोई वारदात हो जाए तो प्राथमिकी दूसरे थाने में दर्ज करानी पड़ेगी। यह थाना और कहीं नहीं बिहार की राजधानी पटना में ही है। थाने को अपना भवन नहीं था तो सरकार ने भवन बनाकर दे दिया है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 02:02 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 08:36 AM (IST)
बिहार के पटना जिले में है एक अनोखा थाना। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण ऑनलाइन डेस्‍क। आम तौर पर पुलिस थाने का काम क्‍या है? अपने क्षेत्र में होने वाले अपराध को नियंत्रित करना, कानून-व्‍यवस्‍था बनाए रखना और आम आदमी को सुरक्ष‍ित माहौल उपलब्‍ध कराना। लेकिन, बिहार का एक थाना ऐसा भी है, जहां अगर कोई वारदात हो जाए तो प्राथमिकी दूसरे थाने में दर्ज करानी पड़ेगी। यह थाना और कहीं नहीं बिहार की राजधानी पटना में ही है। थाने को अपना भवन नहीं था तो सरकार ने भवन बनाकर दे दिया है, लेकिन मुश्किल यह है कि यह भवन दूसरे थाने के इलाके में बनाया गया है। मामला पटना के रूपसपुर थाने का है। इस थाने के लिए बनाया गया भवन दानापुर थाना क्षेत्र में पड़ता है। हालांकि नवनिर्मित भवन में थाना अभी शिफ्ट नहीं हुआ है।

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मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था नए भवन का शिलान्‍यास

रूपसपुर थाना फिलहाल जर्जर छात्रावास में संचालित हो रहा है। इस थाने को अपना भवन नहीं था और क्षेत्र में भवन बनाने के लिए जगह भी नहीं मिल रही थी। ऐसी हालत में बिल्‍कुल पास में ही एक जगह का चुनाव कर थाने का भवन बना दिया गया है। थाने का नया भवन भी ज्‍यादा दूर नहीं है, लेकिन तकनीकी तौर पर यह दूसरे थाने के इलाके में पड़ता है। रूपसपुर थाने का नया भवन दानापुर थाना क्षेत्र में बनाया गया है। 12 अक्टूबर 2018 को इस भवन का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऑनलाइन किया था।

विजय विहार कॉलोनी में बना है पांच म‍ंजिला भवन

रूपसपुर थाने के लिए दानापुर थाना क्षेत्र के विजय विहार कॉलोनी में पांच मंजिला थाना भवन बनाया गया है। पांच तल्ले थाना भवन के निचले तल्ले में दो हाजत एवं पांच कमरे हैं। भवन में करीब 33 कमरे हैं एवं लिफ्ट लगाने की भी व्यवस्था है। यहां खगौल मार्ग एवं आरपीएस मोड़ मार्ग से भी यह जुड़ा है। आरपीएस लॉ कालेज के पीछे स्थित नए थाना भवन में बड़ी समस्या मालखाने की है। थाना परिसर में जगह का अभाव है। थाना के भवन के बाद परिसर काफी कम बच रहा है।

तकनीकी कारणों से नए भवन में नहीं जा रहा थाना

अपना भवन बनने के बाद भी जर्जर हो चुके छात्रावास में ही थाना संचालित हो रहा है। छात्रावास में हल्की बारिश होने पर भी काम करना मुश्किल हो जाता है। साथ ही छत की सीलिंग गिरती रहती है। कभी भी हादसा हो सकता है। थानाध्यक्ष चंद्रभानू ने बताया कि थाना का भवन दानापुर थाना क्षेत्र में बना है। कुछ तकनीकी कमी के कारण नए भवन में थाना स्थानांतरण नही हो सका है।


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