Bihar News: पीएम से मिलने निकले सीएम, बोले- जातिगत जनगणना हो जाती है तो अच्छी बात होगी
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 11 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को मिलेगा प्रधानमंत्री से। जातीय जनगणना पर होगी बात। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार ही नहीं पूरे देश के लोग इसके बारे में सोचते हैं। देर शाम मुख्यमंत्री हुए दिल्ली रवाना।
पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व में 11 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से जाति आधारित जनगणना (Caste Based Census) की मांग को लेकर मिलेगा। पूर्वाह्न 11 बजे यह मुलाकात होगी। इस मुलाकात के एक दिन पूर्व रविवार को इस मसले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जाति आधारित जनगणना हो जाती है तो यह अच्छी बात होगी। राजधानी वाटिका में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।
हम शुरू से ही करते रहे हैं इसकी मांग
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग शुरू से ही जातीय जनगणना की बात कहते रहे हैं। बिहार ही नहीं पूरे देश के लोग इसके बारे में सोचते हैैं। इसी दृष्टिकोण को लेकर कल हम लोग अपनी बात कहेंगे। देर शाम मुख्यमंत्री दिल्ली के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल के कई लोग दिल्ली पहुंच चुके हैं। भाजपा के प्रतिनिधि के रूप में राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य जनक राम मुख्यमंत्री के साथ प्रधानमंत्री को मिलेंगे। भाजपा का यह स्टैंड कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री जो कहेंगे वह उन्हें मान्य होगा। वहीं जदयू का प्रतिनिधित्व शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव पहले ही पहुंच चुके हैं दिल्ली
प्रतिनिधिमंडल में राजद की ओर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) रहेंगे। तेजस्वी यादव पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। कांग्रेस की ओर से उनके विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, भाकपा (माले) की ओर से विधायक दल के नेता महबूब आलम, एआइएमआइएम की ओर से विधायक दल के नेता अख्तरुल इमान, हम विधायक दल के नेता जीतन राम मांझी, वीआईपी विधायक दल के नेता मुकेश सहनी, भाकपा की ओर से सूर्यकांत पासवान और माकपा विधायक दल के नेता अजय कुमार शामिल हैं।
इस जनगणना से सभी को होगा फायदा
मुख्यमंत्री की ओर से यह लगातार कहा जाता रहा है कि जाति आधारित जनगणना से सभी को फायदा होगा। यह देशहित में है। संसद में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने पिछले दिनों एक प्रश्न के जबाव में यह कहा था कि जाति आधारित जनगणना कराए जाने की कोई योजना नहीं है। इसके बाद बिहार से जाति आधारित जनगणना कराए जाने की मांग तेज हो गयी। यह कहा गया कि बिहार विधान सभा ने फरवरी 2018 तथा पुन: फरवरी 2020 में जाति आधारित जनगणना के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया था। मुख्यमंत्री का कहना है कि एक बार जाति आधारित जनगणना से होने सभी की संख्या मालूम हो जाएगी। भविष्य के लिए योजना बनाने में इससे सहूलियत होगी।