हवा में ही रह गया बिहार म्यूजियम का वर्चुअल टूर
मार्च में लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही शहर के सभी म्यूजियम लगातार बंद पड़े हैं।
पटना। मार्च में लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही शहर के सभी म्यूजियम लगातार बंद पड़े हैं। अभी इन्हें खोले जाने के संदर्भ में सरकार ने कोई फैसला नहीं किया है। ऐसी ही स्थिति को देखते हुए बिहार म्यूजियम ने दर्शकों के लिए वर्चुअल टूर शुरू करने की तैयारी शुरू की थी। 18 मई को विश्व संग्रहालय दिवस पर इसे शुरू करने की तैयारी थी। लेकिन, थोड़े प्रयासों के बाद म्यूजियम प्रशासन ने इस कवायद को अधूरा ही छोड़ दिया। करीब 530 करोड़ रुपये की लागत से इस विश्वस्तरीय संग्रहालय का निर्माण 2015 में पूरा हुआ था। लेकिन कोरोना काल में इसका कोई फायदा लोगों को नहीं मिल रहा है।
क्या है वर्चुअल टूर : वर्चुअल टूर किसी स्थल विशेष की वीडियो प्रस्तुति है। इसमें वीडियो (लघु फिल्म) बनाकर संबंधित चीजों के बारे में ठीक उसी तरह बताया जाता है, जिस तरह स्थल का भ्रमण करने वाला देखता है और किसी गाइड के जरिये समझता है। ऐसे वीडियो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये आम दर्शकों को दिखाये जाते हैं। इसे देखने वाले को हर वह जानकारी मिलती है जो स्थल पर जाकर ही प्राप्त की जा सकती है।
धरी रह गई मंत्री की घोषणा : कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री ने म्यूजियम का वर्चुअल टूर शुरू कराने की घोषणा की थी। इसके लिए म्यूजियम की अलग-अलग गैलरियों और वहां रखी धरोहरों की वीडियो फाइल बनाने का काम शुरू हुआ था। म्यूजियम से जुड़े सूत्र बताते हैं कि ऐसी एक वीडियो म्यूजियम की आधिकारिक वेबसाइट पर डाली गई थी, लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के कारण इसे बाद में हटा लिया गया। इसके बाद यह कवायद ठंडे बस्ते में चली गई।
रुचि नहीं जगा पाती वेबसाइट : बिहार म्यूजियम की वेबसाइट द्धह्लह्लश्चह्य://ढ्डद्बद्धड्डह्मद्वह्वह्यद्गह्वद्व.श्रह्मद्द/ पर उपलब्ध सामग्री अध्येता या दर्शक में कोई खास रुचि नहीं जगा पाती। इसपर अधिकतर पाठ्य सामग्री भरी पड़ी है। तस्वीरें भी सीमित हैं। वेबसाइट की बनावट भी कुछ इस तरह है कि एक औसत इंटरनेट प्रयोक्ता तमाम उपलब्ध चीजों तक भी नहीं पहुंच पाता। वेबसाइट के कई सारे पेज अधूरे हैं तो कुछ पर 'कमिंग सून' की सूचना प्रदर्शित होती है।
बयान :
बिहार म्यूजियम की वेबसाइट पर जल्द ही अलग-अलग गैलरी की वीडियो क्लिप अपलोड की जाएगी। अगस्त तक इसकी शुरुआत हो जाएगी। इसमें संबंधित गैलरी के बारे में पूरी जानकारी होगी। लोगों को रोज कुछ नया और अनोखा देखने को मिलता रहेगा।
- दीपक आनंद, निदेशक, बिहार म्यूजियम