Move to Jagran APP

बिहार के मंत्री मुकेश सहनी बोले, यूपी में 165 सीटों पर उम्‍मीदवारों का ऐलान जल्‍द, योगी सरकार पर बरसे

बिहार सरकार के मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी के अध्‍यक्ष सन आफ मल्‍लाह मुकेश सहनी ने कहा है कि यूपी विधानसभा चुनाव में पूरे निषाद को एकजुट कर लड़ेंगे। सभी 165 सीटों पर जल्‍द उम्‍मीदवारों का ऐलान कर दिया जाएगा।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Thu, 13 Jan 2022 05:42 PM (IST)Updated: Thu, 13 Jan 2022 05:42 PM (IST)
बिहार के मंत्री मुकेश सहनी बोले, यूपी में 165 सीटों पर उम्‍मीदवारों का ऐलान जल्‍द, योगी सरकार पर बरसे
बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी। फाइल फोटो

पटना, आनलाइन डेस्‍क। बिहार सरकार के मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी के अध्‍यक्ष सन आफ मल्‍लाह मुकेश सहनी ने कहा है कि यूपी विधानसभा चुनाव में पूरे निषाद को एकजुट कर लड़ेंगे। सभी 165 सीटों पर जल्‍द उम्‍मीदवारों का ऐलान कर दिया जाएगा। उन्‍होंने इसके साथ ही यूपी की योगी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। वीआइपी के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता देव ज्‍योति ने इस बाबत बयान जारी किया है। उन्‍होंने कहा कि मुकेश सहनी के मार्गदर्शन में उत्‍तरप्रदेश में निषद समाज को आरक्षण दिलाने की लड़ाई वीआइपी लड़ रही है। 

loksabha election banner

निषाद समाज के नेता ने दिखाया झूठा सपना 

उत्‍तरप्रदेश में 16 प्रतिशत से अधिक आबादी होने के बाद भी निषाद समाज को दोयम दर्जे का शिकार होना पड़ता है। इसके जिम्‍मेदार नेता ही हैं। निषाद समाज को झूठा सपना दिखाकर एक नेता अपने परिवार के हित में ही जुटा हुआ है। भोले-भाले निषादों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहा है। उन्‍होंने कहा है कि जिसकी पार्टी का रजिस्‍ट्रेशन और चुनाव चिह्न तक नहीं है, वही सरकार बनाने का दावा कर रही है। बाप-बेटे भाजपा के सांसद व एमएलसी बने हैं, कहां गई उनकी पार्टी। वे सिर्फ अपने परिवार की भलाई की सोचता है। उन्‍होंने कहा कि वीआइपी का उदय निषाद आरक्षण आंदोलन से हुआ। इसका उद्देश्‍य निषाद जातियों को अनुसूचित जाति के मुताबिक आरक्षण और अधिकार दिलाना है। 

बिहार में 74 वाले से कम नहीं हमारी हैसियत 

पार्टी प्रवक्‍ता ने कहा है कि 2020 में एनडीए के साथ गठबंधन में वीआइपी ने अपने चुनाव चिह्न पर लड़कर चार सीटें जीतीं। बिहार सरकार में जितना महत्‍व 74 सीट विधायक वालों का है उतना ही हमारा भी। उन्‍होंने कहा कि यूपी की सरकार निषाद समाज से वादाखिलाफी कर रही है। उनके साथ सामाजिक और राजनीतिक अन्‍याय हो रहा है। इस सरकार का वादा और संकल्‍प पत्र कहां गया। काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। अब यूपी की भाजपा सरकार के वादे पर हमें विश्‍वास नहीं है। उन्होंने मझवार,तुरैहा, गोंड, बेल्दार, खैरहा,खोरोट की तरह निषाद मछुआरा जातियों के आरक्षण व परंपरागत पुश्तैनी पेशों की बहाली की मांग की।

वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने यह भी कहा कि मांगने से भीख मिल सकती हैं, लेकिन अधिकार नहीं, निषाद जाति को एक होकर अपने अधिकार के लिए लड़ना होगा, आने वाले समय में निषाद समाज के बिना उत्तरप्रदेश में सरकार नही बन पाएगी। वीआइपी हर हाल में उत्तरप्रदेश में निषाद जाति को आरक्षण दिलाकर रहेगी ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.