Job In Bihar: मेडिकल कॉलेज से पीजी, डिप्लोमा पास छात्रों के लिए नौकरी, हर महीने मिलेंगे 82 हजार
बिहार के मेडिकल कालेज व अस्पताल से स्नातकोत्तर और डिप्लोमा पास छात्रों को अनिवार्य रूप से तीन वर्ष तक अपनी सेवा राज्य सरकार को देनी होगी। जिन छात्रों ने पीजी और डिप्लोमा कर लिया है उन्हें अनुबंध पत्र के आधार पर सेवा देने के लिए नियोजित किया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, पटना: प्रदेश के मेडिकल कालेज व अस्पताल से स्नातकोत्तर और डिप्लोमा पास छात्रों को अनिवार्य रूप से तीन वर्ष तक अपनी सेवा राज्य सरकार को देनी होगी। जिन छात्रों ने पीजी और डिप्लोमा कर लिया है उन्हें अनुबंध पत्र के आधार पर सेवा देने के लिए नियोजित किया जाएगा। इन छात्रों को नियोजित करने के लिए सरकार ने 1995 फ्लोटिंग पद सृजित किए हैं।
अभी 515 पासआउट छात्र हैं
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से पासआउट छात्रों को नियोजित होने पर प्रत्येक महीने 82 हजार रुपये मानदेय के रूप में दिए जाएंगे। इन पदों पर नियोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। अभी 515 पासआउट छात्र हैं। उनसे सीनियर रेजिटेंड, शिक्षक के तौर पर सेवा ली जाएगी। उन्हें नियोजित विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी के समतुल्य मानदेय दिया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग मानव बल में लगातार वृद्धि कर रहा
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग मानव बल में लगातार वृद्धि कर रहा है। इसके अलावा दवाओं और आक्सीजन की उपलब्धता को लेकर भी विभाग के स्तर पर कवायद हो रही है। कोरोना महामारी के बीच विभाग ने विभिन्न जिलों को 13 सौ बी टाइप आक्सीजन सिलेंडर एवं 242 छोटे सिलेंडर भेजे हैं। पटना में बी टाइप पांच सौ और छोटे 92 सिलेंडर दिए गए हैं। भागलपुर में दो सौ बी टाइप और 50 छोटे सिलेंडर, गया को तीन सौ बी टाइप 50 छोटे सिलेंडर, जबकि मुजफ्फरपुर को तीन सौ बी टाइप और 50 छोटे सिलेंडर दिए गए हैं। बता दें कि बिहार के मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से स्नातकोत्तर और डिप्लोमा पास छात्रों को अनिवार्य रूप से तीन वर्ष तक अपनी सेवा राज्य सरकार को देनी होगी। छात्रों को प्रत्येक महीने 82 हजार रुपये मानदेय के रूप में दिए जाएंगे।