शिवानंद तिवारी का सुशील मोदी पर बड़ा हमला- BJP से अधिक CM नीतीश का होने की मिली सजा
आरजेडी के शिवानंद तिवारी अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। अपने नए विवादित बयान में उन्होंने सुशील मोदी को लेकर कहा है कि उन्हें बीजेपी से से अधिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का होने की सजा मिली है। पार्टी ने उनके पर कुतर दिए हैं।
पटना, जेएनएन। बिहार विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) महागठबंधन (Mahagathbandhan) के घटक दल कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला कर विवादों में हैं। यह मामला अभी गर्म ही है कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को निशाने पर लेते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री (Deputy CM) सुशील मोदी (Sushil Modi) के खिलाफ भी विवादित बयान दिया है। शिवानंद तिवारी के अनुसार, सुशील मोदी के व्यक्तित्व में गहराई नहीं है और वे बीजेपी से अधिक नीतीश कुमार के सहयोगी बन गए थे, इस कारण पार्टी ने उन्हें ठिकाने लगा दिया।
बीजेपी से अधिक नीतीश के हो गए थे सुशील मोदी
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार शिवानंद तिवारी ने कहा कि सुशील मोदी बीजेपी से अधिक नीतीश कुमार के सहयोगी हो गए थे। वे बीजेपी के किसी भी अन्य नेता को आगे नहीं बढ़ने दे रहे थे। वे सभी विषयों व मुद्दों पर बालते रहे थे तथा हमेशा मीडिया में बने रहे बिना नहीं रह पाते थे। इन्हीें कारणों से बीजेपी ने इस बार उनके पर कतर दिए हैं।
कोई दुश्मनी नहीं, लेकिन व्यक्तित्व में है हल्कापन
शिवानंद तिवारी ने आगे कहा कि उनकी सुशील कुमार मोदी से कोई दुश्मनी नहीं है। वे छोटे भाई जैसे हैं, लेकिन उनके व्यक्तित्व में हल्कापन है। इसमें गहराई नहीं दिखती है। शिवानंद के अनुसार इसी कारण बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं दिया।
हाल ही में राहुल व प्रियंका गांधी भी कर चुके हमला
शिवानंद तिवारी अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार के लिए उन्होंने कांग्रेस के खराब प्रदर्शन को जिम्मेदार बताया था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व प्रियंका गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा था कि चुनाव के वक्त प्रचार करने के बदले राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका के घर शिमला में पिकनिक मना रहे थे। राहुल केवल तीन दिन चुनाव प्रचार के लिए आए, लेकिन प्रियंका तो आईं भी नहीं। कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन 70 रैलियां भी नहीं कीं। बिहार में कांग्रेस के ऐसे नेता आए, जिनकाे राज्य की कोई जानकारी नहीं थी। शिवानंद तिवारी के बयान के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने उन्हें सोच-समझकर बोलने की नसीहत दी है। उन्हें आरजेडी से निष्कासित करने की मांग भी उठ रही है।