बिहार : नौंवी कक्षा के छात्रों का सवाल, हम कब जाएंगे दसवीं में?
सूबे मे नौंवी कक्षा के छात्रों के सामने विकट समस्या उत्पन्न हो गई है, राज्य सरकार ने नौंवी की परीक्षा पर रोक लगा दी है जिससे छात्र परेशान हैं।
पटना [वेब डेस्क]। राज्य सरकार ने नौंवी की परीक्षा पर रोक लगा दी है जिसकी वजह से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढाई कर रहे नौवीं क्लास के बच्चे साल बीतने के बाद भी उसी कक्षा में पढ रहे हैं। सिर्फ भागलपुर जिले में ही 52 हजार छात्र एेसे हैं जो राज्य सरकार के रोक लगाने के बाद नौवीं कक्षा में ही पढ रहे हैं।
हालांकि पिछले महीने इन छात्रों को परीक्षा देने के लिए इनका रजिस्ट्रेशन भी कराया गया था। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने नौवीं की परीक्षा भी दसवीं बोर्ड की तर्ज पर ही लेने का फैसला लिया था। लेकिन सरकार ने इस पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि जब दसवीं में बोर्ड है तो नौवीं में बोर्ड की जरूरत नहीं।
इसके बार परीक्षा समिति ने विज्ञप्ति निकाल कर अगले आदेश तक परीक्षा पर रोक लगा दी है जिससे इन छात्रों के लिए परेशानी उत्पन्न हो गई है।परीक्षा की सबसे पहली तारीख शिक्षा विभाग ने 28 मार्च तय की थी लेकिन उसके बाद उसे रोक दिया गया। इसके बाद 13 जून से नौवीं की परीक्षा की तारीख तय हुई थी। नौवीं की परीक्षा नहीं होने से एक ही कक्षा में ओल्ड नाइन और न्यू नाइन का सेक्शन बनाया गया है।
भागलपुर के मोक्षदा इंटर स्कूल की प्राचार्या सुषमा गुप्ता ने बताया कि हर रोज पुरानी नौवीं की छात्राएं पूछती हैं कि हम कब अगली कक्षा में जाएंगे। जब सरकार से ही कोई निर्देश नहीं आया तो हम कैसे बताएं।
छात्र इसलिए भी परेशान हैं कि अगर देर से दसवीं में गए तो परीक्षा की तैयारी के लिए समय नहींं मिलेगा। वहीं शिक्षक भी परेशान हैं कि कम समय में दसवीं का सिलेबस कैसे पूरा होगा? भागलपुर के मारवाड़ी पाठशाला के प्राचार्य राधेश्याम राय ने बताया कि जब तक छात्र नई कक्षा में नहीं जाएंगे उनकी पढ़ाई कैसे शुरू होगी? बीच में कई छुट्टियां भी होंगी इसीलिए सिलेबस पूरा करने में परेशानी आएगी। मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी फूल बाबू चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार से दिशा निर्देश मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।