बाढ़ में सड़क टूटने पर यह खास तरीका अपनाएगी सरकार, 48 घंटे के भीतर आवागमन हो जाएगा शुरू
अगर कहीं से भी पुल क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलती है तो इसका उपयोग कर तीन दिनों के भीतर आवागमन को चालू कर पाना संभव हो सकेगा। सभी विधायकों के सुझावों पर भी विभाग के स्तर से सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Government Flood Rescue SOP: बाढ़ के दौरान अगर कोई सड़क क्षतिग्रस्त होती है तो 48 घंटे के भीतर उसे दुरुस्त कर उसे परिचालन के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा। बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने शुक्रवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ को लेकर पथ निर्माण विभाग की चल रही तैयारियों पर समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि विभाग के पास एक हजार मीटर का बेली ब्रिज उपलब्ध है। अगर कहीं से भी पुल क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलती है तो इसका उपयोग कर तीन दिनों के भीतर आवागमन को चालू कर पाना संभव हो सकेगा। सभी विधायकों के सुझावों पर भी विभाग के स्तर से सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
- पथ निर्माण मंत्री ने विभाग के स्तर पर चल ही बाढ़ के पूर्व की तैयारियों की समीक्षा की
- इस माह के अंत तक बाढ़ को ले चल रही तैयारियों को पूरा करने का निर्देश दिया
31 मई तक विभाग की सभी तैयारियों को पूरा करने का निर्देश
पथ निर्माण मंत्री ने यह निर्देश दिया कि बाढ़ को लेकर विभाग के स्तर पर जो तैयारी चल रही है उसे हर हाल में 31 मई तक पूरा करें। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह तक चले प्रमंडलवार बैठक में सारण, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, कोसी, पूर्णिया, पटना, भागलपुर, मगध एवं मुंगेर के विधायकों द्वारा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के बाढ़ एवं आवश्यक तैयारियों के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई थी।
सभी पुल-पुलिया और कलवर्ट की सफाई कराने में जुटा है विभाग
पथ निर्माण मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि राज्य के जितने भी पुल-पुलिया व कलवर्ट हैं, उनकी सफाई 31 मई तक करा दी जाएगी, ताकि पानी के बहाव में किसी तरह का अवरोध नहीं हो। बैठक में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, अभियंता प्रमुख, हनुमान चौधरी व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।