Bihar Chunav Results 2020: बिहार की नई विधानसभा में बढ़े गंभीर अपराधों के आरोपित, 243 में से 163 पर FIR, घटीं महिलाएं
Bihar Chunav Results 2020 राजद के 44 भाजपा के 35 जदयू व कांग्रेस के 11 और भाकपा माले के आठ विधायकों पर गंभीर मामले दर्ज । पिछली बार की अपेक्षा अधिक करोड़पति चेहरे। 163 प्रतिनिधियों पर किसी न किसी मामले में एफआइआर दर्ज है।
पटना, जेएनएन। चुनाव परिणाम आने के साथ ही विधानसभा की नई तस्वीर सामने आ गई है। सत्रहवीं विधानसभा में महिलाओं की संख्या कम हो गई है तो आपराधिक मामलों के आरोपितों की संख्या बढ़ी है। विधानसभा में इस बार करोड़पति चेहरे भी ज्यादा दिखेंगे। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के शपथ पत्रों के विश्लेषण के बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और इलेक्शन वॉच ने विधानसभा की यह तस्वीर सामने रखी है।
123 पर गंभीर आरोप :
विधानसभा की आधी से ज्यादा सीटों पर ऐसे माननीय बैठेंगे, जिन पर संगीन आरोप के मामले दर्ज हैं। 2015 में यह फीसद 40 था। इस बार 163 वैसे प्रतिनिधियों ने जीत दर्ज की है, जिन पर किसी न किसी मामले में प्राथमिकी दर्ज है। इनमें 123 पर गंभीर आरोप हैं। यह संख्या विधानसभा के कुल माननीयों के सापेक्ष 51 फीसद होगी। ऐसे प्रतिनिधियों को विधानसभा के रेड कार्पेट तक पहुंचाने में कमोबेश सभी राजनीतिक दलों की अहम भूमिका है।
इन दलों के सभी प्रतिनिधियों पर गंभीर मामले
एआइएमआइएम, सीपीआइएम और बीएसपी से जीतने वाले शत-प्रतिशत प्रतिनिधियों ने अपने ऊपर गंभीर मामले दर्ज होने की जानकारी नामांकन के शपथ पत्र में दी है। राजद के 74 में से 44 (60 फीसद), भाजपा के 73 में से 35 (48 फीसद), जदयू के 43 में से 11 (26 फीसद), कांग्रेस के 19 में 11 (58 फीसद) और भाकपा माले के 12 में से आठ (67 फीसद) विधायकों पर भी गंभीर मामले दर्ज हैं। जीते हुए जनप्रतिनिधियों में 19 वैसे हैं, जिन पर हत्या के आरोप लगे हुए हैं। 31 पर हत्या के प्रयास और आठ पर महिला उत्पीडऩ के आरोप हैं।
कम हो गईं महिलाएं :
दूसरी ओर, महिला प्रतिनिधियों की संख्या में 2015 की तुलना में दो फीसद की कमी आई है। पिछली विधानसभा में 28 महिलाएं पहुंची थीं। इस बार यह संख्या 26 हो गई। इस बार करोड़पतियों की संख्या भी 2015 से अधिक दिखेगी। पिछली बार 67 फीसद विधायक करोड़पति थे तो इस बार यह ग्राफ 81 फीसद पर पहुंच गया। भाजपा के 65, राजद के 64, जदयू के 38 और कांग्रेस 14 विधायकों की संपत्ति एक करोड़ से अधिक की है। 61 प्रतिनिधियों की संपत्ति तो पांच करोड़ से भी अधिक है। करोड़पति विधायकों के बीच कई ऐसे विधायक भी सदन में पहुंचे हैं, जिनकी संपत्ति दो-तीन लाख के करीब ही है। पटना में फुलवारीशरीफ के माले विधायक गोपाल रविदास और भोजपुर के अगियांव के माले विधायक मनोज मांझी के साथ ही अलौली के राजद विधायक के नाम सबसे कम संपत्ति वाले प्रतिनिधियों में शामिल हैं।