Bihar Election 2020: मुख्यमंत्री ने मिलते ही पूछा-अरे भाई आप कैसे हार गए, कहां गड़बड़ हो गयी
Bihar Chunav 2020 चुनावी जंग हार गए मंत्रियों से मुख्यमंत्री ने जदयू प्रदेश कार्यालय में भेंट की वन टू वन भी बातें हुई पूरा अपडेट लिया ढाई घंटे तक मुख्यमंत्री जदयू प्रदेश कार्यालय में लोगों से मिलते रहे
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री ने चुनावी जंग में हार गए अपने मंत्रियों से शुक्रवार को हुई मुलाकात में हैरान होकर यह पूछा कि अरे भाई आप कैसे हार गए? कहां गड़बड़ हो गयी? इसके बाद मंत्रियों ने पूरी बात मुख्यमंत्री को बतायी। अपने हार गए मंत्रियों से मुख्यमंत्री ने वन टू वन बात भी की। भाजपा कोटे के जो मंत्री जीतकर आए हैैं उन्होंने भी जदयू प्रदेश कार्यालय में देर शाम मुख्यमंत्री से भेंट की। मुख्यमंत्री ने उन्हें शुभकामनाएं दी। शाम छह बजे के करीब मुख्यमंत्री जदयू प्रदेश कार्यालय पहुंचे और ढाई घंटे तक लोगों से मिलते रहे।
हार गए तीन मंत्रियों ने मुख्यमंत्री से भेंट की
चुनावी जंग में हार गए तीन मंत्रियों ने मुख्यमंत्री से भेंट की। इनमें कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, संतोष निराला और रमेश ऋषिदेव शामिल थे। इन मंत्रियों से मुख्यमंत्री ने चुनाव के दौरान उत्पन्न स्थिति पर बात की। मंत्रियों ने यह बताया कि किस तरह से उन्हें वोटकटवा के मैदान में आ जाने से परेशानी हुई।
जीत कर आए तीन मंत्री भी पहुंचे जदयू दफ्तर
जीत कर आए भाजपा के तीन मंत्री भी शुक्रवार को मुख्यमंत्री से मिलने जदयू प्रदेश कार्यालय पहुंचे। इनमें विनोद नारायण झा, प्रमोद कुमार और राणा रंधीर शामिल थे। मुख्यमंत्री ने इन्हें जीत की बधाई दी। चुनाव से जुड़ी बातों पर इनसे भी मुख्यमंत्री ने बात की।
नितिन नवीन व संजीव चौरसिया सहित कई विधायकों ने भी भेेंट की
मुख्यमंत्री से मिलने बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन व दीघा के विधायक संजीव चौरसिया भी जदयू प्रदेश कार्यालय आए। कई और विधायकों व पार्टी से जुड़े लोगों ने भी मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बधाई दी। इस मौके पर प्रदेश जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी व पार्टी के कुछ अन्य नेता भी मौजूद थे।
नई सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज
प्रदेश में नई सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है। एनडीए में शामिल भाजपा, जदयू, वीआइपी और हम जैसी पार्टियों में मंत्री पद के लिए भी मंथन तेज हो गया है। मंत्रिमंडल में सभी चार दलों को प्रतिनिधित्व मिलना तय है। उम्मीद है कि इस बार कैबिनेट में भाजपा का प्रतिनिधित्व अधिक दिखेगा।