Bihar Chunav 2020 Results: चुनाव में हार पर कांग्रेस में मचा घमासान, मांझी ने कांग्रेस को दिया खुला ऑफर
Bihar Chunav 2020 Results तारिक अनवर के आत्ममंथन वाले बयान पर कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। अखिलेश सिंह ने कहा हार के लिए सभी जिम्मेदार। उधर मांझी ने कांग्रेस को खुला ऑफर देकर पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है। जानिए कांग्रेस में घमासान की पूरी खबर डिटेल में।
पटना, राज्य ब्यूरो । कांग्रेस की बिहार में पराजय के बाद शुरू हुई अंतर्कलह शांत नहीं हो रही। हार के साथ ही दूसरी पंक्ति के नेताओं ने टिकटों के बंटवारे से लेकर प्रदेश नेतृत्व पर उंगली उठाई तो अब पहली पंक्ति के नेता पार्टी को आत्मचिंतन की सलाह दे रहे हैं । इसपर पार्टी में घमासान मचा हुआ है। उधर, पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कांग्रेस के विधायकों को खुला ऑफर देकर पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है।
तारिक ने ओवैसी की एंट्री को शुभ संकेत नहीं बताया
कांग्रेस महासचिव और केरल और लक्ष्यद्वीप के प्रभारी तारिक अनवर ने गुरुवार को ट्वीट कर पार्टी को आत्मचिंतन की सलाह दी है। तारिक ने अपने ट्वीट में लिखा कि हमें सच को स्वीकार करना चाहिए। कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के कारण महागठबंधन की सरकार से बिहार महरूम रह गया। कांग्रेस को इस विषय पर आत्मचिंतन जरूर करना चाहिए कि कहां चूक हुई। तारिक ने अपने ट्वीट में कहा कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एमआइएम की इंट्री को शुभ संकेत नहीं है। तारिक अनवर के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा है कि बिहार विधान सभा चुनाव में हार के लिए हम सब जिम्मेदार हैं।
तारिक ने जदयू पर भी कसा तंज
एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस महासचिव ने कहा कि भले ही भाजपा गठबंधन येन-केन प्रकारेण चुनाव जीत गया, परन्तु सही में देखा जाए तो बिहार चुनाव हार गया। क्योंकि बिहार इस बार परिवर्तन चाहता था। 15 वर्षों की निकम्मी सरकार से छुटकारा, बदहाली से निजात चाहता था। उन्होंने जदयू पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा की मेहरबानी रही तो नीतीश कुमार इस बार अंतिम रूप से मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे। 'बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी।
मांझी ने बढ़ाई मुश्किल
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कांग्रेस को नीतीश के साथ आने का खुला ऑफर दिया है। कहा है कि कांग्रेस की नीति जैसी है, वैसी नीतीश कुमार की भी है। बता दें कि महागठबंधन में हार का ठीकरा कांग्रेस पर ही फाेड़ा जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस के लिए अपने विधायकों को बचा कर रखने की चुनौती और बढ़ गई है।