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Bihar Election 2020: चुनावी दौरे पर आए नेताओं से रोहतास के लोगों की मांग, जल्द शुरू हो चूना पत्थर उद्योग

चुनावी दौरे पर आए नेताओं से लोग रोहतास के आधा दर्जन चूना पत्थर खद्दान उद्योग को नए सिरे से चालू करने की मांग सरकार से कर रहे हैं। 3000 मजदूरों के करोड़ों रुपए मजदूरी सोन वैली पोर्ट लैंड सीमेंट कारखाना प्रबंधन पर बकाया है। जानें पूरी बात।

By Bihar News NetworkEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 01:37 PM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 01:37 PM (IST)
Bihar Election 2020: चुनावी दौरे पर आए नेताओं से रोहतास के लोगों की मांग, जल्द शुरू हो चूना पत्थर उद्योग
बिहार विधानसभा चुनाव से संबंधित प्रतीकात्‍मक कार्टून।

डेहरी ऑन सोन : रोहतास। चेनारी विधान सभा के नौहट्टा एवं रोहतास प्रखंड में आधा दर्जन चूना पत्थर खद्दान उद्योग को नए सिरे से चलाने की मांग सरकार से लोग कर रहे हैं।  3000 मजदूरों के करोड़ों रुपए मजदूरी सोन वैली पोर्ट लैंड सीमेंट कारखाना प्रबंधन पर बकाया है। बकाए की मांग के लिए मजदूरों ने उच्च न्यायालय की शरण भी ली हुई है । मजदूरों के पक्ष में फैसला भी आया,  किंतु इनका बकाया अभी तक नहीं मिल सका।

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 दोनों प्रखंड के 15 हजार मजदूर बेरोजगार  

बौलिया, चुन्हटा, डबुआ, कोरीयारी,चुटिया से लाइम स्टोन ले जाकर डालमियानगर, जपला (अब झारखंड) , कल्याण पुर सीमेंट प्लांट में सीमेंट का निर्माण किया जा रहा था। इसके बंद हो जाने से दोनों प्रखंड के 15 हजार मजदूर बेरोजगार हो गए और मजदूर अन्य प्रांतों में रोजगार के लिए पलायन करने लगे। केंद्र सरकार द्वारा बीते पांच वर्ष में  चिन्हित पत्थर खदानों का सर्वेक्षण भी कराया गया है। 

 चूना-पत्थर खदान को चालू नहीं होने का कसक आज भी 

चूना पत्थर उद्योग को फिर से चालू कराने को लेकर आश्वासनों की घुट्टी राजनीतिक दलों के नेताओंं द्वारा आम जन को पिलाई जाती हैं। चेनारी विधान सभा क्षेत्र के लोगों को चूना पत्थर खदान को चालू नहीं होने का कसक आज भी है। कारण कि इसे चालू हो जाने से मजदूरों को पलायन की जरूरत नहीं होगी और क्षेत्र पहले की तरह खुशहाल हो जाएगा। इस उद्योग के नहीं रहने कारण सैकड़ों लोग बेरोजगार हो गए तो कई लोग जिले से पलायन भी कर चुके हैं। इतना ही नहीं, कवायरी बंद होने से राजस्व की भी क्षति हो रही है। 

 विधायक से लेकर सांसद तक लगा चुके हैं गुहार

अब चुनावी सभा में राजनीतिक दलों द्वारा इसे चालू कराए जाने के आश्वासन भी दिए जाते रहे हैं। हालांकि कुछ माह पूर्व बौलिया क्वायरी के मजदूरों ने बकाया मजदूरी को लेकर  डीएम से लेकर सीएम तक गुहार लगाई है। इस बार चुनाव में यहां के लोगों ने इसे मुद्दा बनाया है। बौलिया चूना पत्थर खदान मजदूर यूनियन के नेता पदुम प्रसाद कहते हैं कि मजदूरों के बकाया मजदूरी के लिए हम लोग विधायक से लेकर सांसद तक गुहार लगा चुके हैं। सरकार को भी इसके लिए लिखा गया है।

किसी ने नहीं की भरपूर पहल

किंतु हम लोगों के बकाए मजदूरी के लिए किसी ने भरपूर पहल नहीं की इसलिए हम लोगों की मजदूरी नहीं मिल सकी है। इस बार चुनाव में यह भी मुद्दा बनेगा। वहीं चूना पत्थर खदान मजदूर संघ के सचिव जवाहर झा कहते हैं कि आज भी राज्य के कई जिलों के मजदूर बौलिया, चूनहट्टा  में आस लगए हैं कि कंपनी चालू होगी। और हम लोगों की बकाए मजदूरी मिलेगी। किंतु इन मजदूरों के दुख दर्द और मजदूरी के लिए किसी ने पहल नहीं की।


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