Bihar Election 2020 : दूसरे चरण के मतदान से पहले पटना जिले में करानी है 26 कंटेनमेंट जोन के सात हजार लोगों की कोरोना जांच
कोराेना महामारी की गंभीर चुनौती के बीच चुनाव कराने के लिए प्रशासन ने कई सुरक्षात्मक उपाय किए हैं। इसी के अंतर्गत अगले दो से तीन दिनों में पटना जिले के नौ विधानसभा क्षेत्रों के 26 कंटेनमेंट जोन में हर व्यक्ति की कोराना जांच कराई जानी है।
जेएनएन, पटना : जिले की 14 में से पांच विधानसभा सीटों में मतदान हो चुका है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग की बेहतर व्यवस्था के लिए अधिकारियों की प्रशंसा भी की है पर असली चुनौती तीन नवंबर काे है। उस दिन शेष बची नौ सीटों पर एक साथ मतदान होगा। इसी में 26 कंटेनमेंट जोन हैं, जहां के हर व्यक्ति की कोरोना जांच करानी है। कंटेनमेंट जाेन में सात हजार से अधिक आबादी का अनुमान लगाया गया है।
कोरोना के नोडल पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक के अनुसार विशेष टीमों को कंटेनमेंट जाेन में प्रतिनियुक्त किया जा रहा है। वे एंटीजन रैपिड किट से घर-घर जाकर हर व्यक्ति की कोरोना जांच करेंगे। यदि किसी में लक्षण हुए और एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आई तो उनकी आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी।
जहां चुनाव हो गया, वहां से बुलाए जाएंगे कर्मचारी
सिविल सर्जन के अनुसार शहरी क्षेत्र में बूथों की संख्या के अनुसार थर्मल स्क्रीनिंग और हैंड सैनिटाइजेशन कराने वाले स्वास्थ्यकर्मियों की कमी है। इसके लिए जिन विधानसभा सीटों में चुनाव हो चुका है, वहां से स्वाथ्य कर्मचारियों की यहां प्रतिनियुक्ति की जाएगी। यदि इसके बाद भी आशा, एएनएम और ममता दीदियों की संख्या कम दिखेगी तो जिन प्रखंडों में अतिरिक्त संख्या होगी वहां से बुलाया जाएगा।
हर सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ तैनात रहेगा डॉक्टर
इसके अलावा हर सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ एक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मेडिकल कॉलेज से लेकर सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को दोबारा मतदान के दिन अलर्ट मोड में रहने और आवश्यक तैयारियां पूरी करने का निर्देश दिया गया है। एंबुलेंस पूरी तरह से तैयार हैं और कुछ वाहन अतिरिक्त उपलब्ध कराए गए हैं।
पर्याप्त संख्या में मेडिकल व कोरोना किट उपलब्ध
सिविल सर्जन ने बताया कि मतदान को कोरोना संक्रमण मुक्त बनाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पर्याप्त संख्या में इमरजेंसी दवाएं और कोरोना सुरक्षा किट उपलब्ध हैं। इमरजेंसी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग अपने नियंत्रण कक्ष का नंबर जारी करेगा। मतदाता समेत कोई भी व्यक्ति चुनाव के दिन किसी प्रकार की इमरजेंसी होने पर कंट्रोल रूम में फोन कर चिकित्सकीय सहायता प्राप्त कर सकता है।