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बिहार के विश्वविद्यालय ने लिया बड़ा फैसला, बिना परीक्षा दिए छात्रों को कर दिया पास

बिहार में एमबीबीएस व बीएड-एमएस कोर्स के छात्रों को छोड़कर सभी पाठ्यक्रमों के छात्रों को अगले सेमेस्टर सत्र में प्रमोट कर दिया है। अब इन्हें परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी। अब इन्हें केवल फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय ने किया है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 10 Sep 2021 08:10 PM (IST)Updated: Fri, 10 Sep 2021 08:10 PM (IST)
बिहार के विश्वविद्यालय ने लिया बड़ा फैसला, बिना परीक्षा दिए छात्रों को कर दिया पास
बिहार में छात्र बिना परीक्षा के दिए हो जाएंगे पास। सांकेतिक तस्वीर।

नलिनी रंजन, पटना : राज्य में कोरोना के मामले कम हो गए हैं, फिर भी संक्रमण को लेकर चिंता जताई जा रही है। एमबीबीएस व बीएड-एमएस कोर्स के छात्रों को छोकर सभी पाठ्यक्रमों के छात्रों को आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (एकेयू) ने अगले सेमेस्टर में प्रमोट कर दिया है। अब इन स्टूडेंट्स को परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी। केवल फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह निर्णय कुलपति प्रो. एसपी सिंह की अध्यक्षता में आयोजित विश्वविद्यालय के परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया है। परीक्षा नियंत्रक राजीव रंजन के अनुसार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं एआइसीटीई के दिशा-निर्देश के आलोक में कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए एमबीबीएस व बीएड-एमएड को छोड़कर लगभग अन्य सभी कोर्स के छात्रों को अगले सेमेस्टर में प्रमोट किया गया है।

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अंतिम सेमेस्टर के छात्रों को परीक्षा देनी होगी। उन्होंने बताया कि एकेयू के बीटेक, बी फार्म, व्यावसायिक बीबीए, बीसीए व अन्य कोर्स, एमबीबीए, एमसीए एवं एमटेक के पाठ्यक्रमों के शैक्षणिक सत्र 2020-21 में नामांकित प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं एवं सम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को अगले सेमेस्टर-शैक्षणिक सत्र 2021-22 में प्रमोट किया जाता है। इसमें फाइनल ईयर व फाइनल सेमेस्टर के छात्र नहीं शामिल होंगे।

100 फीसद अंक का वेटेज आंतरिक अंक के आधार पर मिलेगा

सत्र 2020-21 के प्रथम सेमेस्टर में प्रोन्नत प्राप्त छात्र-छात्राओं के अंक का निर्धारण महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को मिले आंतरिक अंक के आधार पर किया जाएगा। इसमें 100 फीसद अंक का वेटेज आंतरिक अंक के आधार पर किया जाएगा। इसकी उपस्थिति व कक्षा जांच व मध्यावधि परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर अंक दिए जाएंगे। फोर्थ व सिक्स सेमेस्टर के छात्रों को बीते सेमेस्टर में मिले अंक के 50 फीसद व वर्तमान सेमेस्टर में आंतरिक मूल्यांकन के 50 फीसद वेटेज देकर अंक निर्धारण किया जाएगा।

सभी को भरना होगा परीक्षा फार्म

विवि के परीक्षा बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि छात्र-छात्राओं को इस योजना का लाभ तभी मिलेगा जब वह परीक्षा फार्म भरेंगे। प्रथम सेमेस्टर के छात्रों का परीक्षा फार्म भरा जा चुका है। शेष सेमेस्टर के छात्रों का जल्द परीक्षा फार्म भरा जाएगा। विवि ने सभी कालेजों को जल्द ही अगले सेमेस्टर की पढ़ाई आरंभ कराने को कहा है। इन छात्रों का कोर्स पूरा होते ही जल्द परीक्षा भी आयोजित की जाएगी।

लगभग 35-40 हजार छात्रों को मिलेगा लाभ

आर्यभट्ट ज्ञान विवि के इस निर्णय से लगभग 35-40 हजार छात्रों को लाभ मिलेगा। इसमें सबसे अधिक इंजीनियरिंग व व्यावसायिक पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राएं शामिल हैं। विवि के इस फैसले से छात्रों में खुशी की लहर है। सभी के शैक्षणिक सत्र अब नियमित होने की उम्मीद है। बता दें कि इंजीनियरिंग के छात्र लगातार विवि मुख्यालय पर प्रमोट करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।


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