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बिहार: पढ़ाई में बेगूसराय जिला टॉप पर, जानिए किस जिले को मिली कौन सी रैंक

शिक्षा विभाग ने बुधवार को शिक्षा के विभिन्न मानकों पर जिलों की रैंकिंग कर सूची जारी की है जिसमें एजुकेशन में बेगूसराय टॉप, जहानाबाद फिसड्डी और पटना 16वें स्थान पर काबिज है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 14 Dec 2017 09:48 AM (IST)Updated: Thu, 14 Dec 2017 10:16 PM (IST)
बिहार: पढ़ाई में बेगूसराय जिला टॉप पर, जानिए किस जिले को मिली कौन सी रैंक

पटना [जेएनएन]। बिहार में शिक्षा विभाग ने बुधवार को शिक्षा के विभिन्न मानकों पर जिलों की रैंकिंग कर सूची जारी की, जिसमें मैट्रिक में छात्रों के अंक, कक्षा में उपस्थिति, मध्याह्न भोजन और शराबबंदी, दहेज प्रथा व बाल विवाह उन्मूलन के लिए जागरुकता सहित 7 पैमानों पर जिले की रैंकिंग में बेगूसराय को पहला स्थान मिला है।

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जहानाबाद 38वें स्थान पर है। प. चंपारण दूसरे और सीतामढ़ी तीसरे स्थान पर। 45 अंक के साथ पटना 16वें, भागलपुर 44 अंकों के साथ 17वें और मुजफ्फरपुर 43 अंक के साथ 21वें स्थान पर है। जिलों को मैट्रिक रिजल्ट, सामाजिक जनजागृति के तहत नशामुक्ति, बाल विवाह उन्मूलन, दहेज प्रथा उन्मूलन जागरुकता से संबंधित मानदंडों पर जिलों को परखा गया।

कक्षा में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के साथ स्कूलों में मध्याह्न भोजन की स्थिति का भी आकलन किया गया। छात्रों का आधार कार्ड बनने, बैंक खाता खुलने और जिलों में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की स्थिति के आधार पर रैंकिंग की गई है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड मामले में 2017-18 में जिलावार लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि भी देखी गई है।

रैंकिंग में पटना के स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति अच्छी

रैंकिंग में पटना के स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति अच्छी है। लेकिन रिजल्ट में पटना पिछड़ा हुआ है। रिजल्ट के लिए कुल 20 में से 10 अंक ही पटना को मिले हैं। स्कूलों में उपस्थित जहां 62.47 प्रतिशत है वहीं रिजल्ट सिर्फ 48.79 प्रतिशत है।

राजधानी के स्कूलों में 75% से कम छात्रों को ही मिड डे मील

राजधानी के स्कूलों में मिड डे मील की स्थिति भी अच्छी नहीं है। 75 % से कम छात्र मिड डे मील ले रहे हैं। पटना को एमडीएम पर 10 में से 4 अंक मिले हैं। यानि यहां 75 % से भी कम बच्चे एमडीएम के लिए उपस्थित हो रहे हैं। 75 % से कम उपस्थिति वाले जिलों को 4 अंक दिए गए हैं।

40 प्रतिशत छात्रों के पास आधार, 42 प्रतिशत के पास बैंक खाता

राजधानी के स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों में से 40.86 % के पास ही आधार कार्ड है। जबकि 42.72 % छात्रों के पास अपना खाता है। पटना को आधार खाते पर 10 में से 4 अंक मिले हैं, यानि न्यूनतम अंक हासिल हुआ है। बैंक खाता खोलने के मामले में भी 10 में से 4 अंक हासिल हुए हैं।

स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में पटना की लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि मात्र 2.95 % है। अवेयरनेस कैंपेन में पटना को 20 में से 11 अंक मिला है। यानि यहां के 55 प्रतिशत छात्र-छात्राएं ही बाल विवाह , दहेज उन्मूलन अभियान, नशामुक्ति जैसे अभियानों में हिस्सा ले रहे हैं।

100 अंकों का निर्धारण इंडेक्स

मैट्रिक रिजल्ट 20

जागरुकता 20

कक्षा में उपस्थिति 20

मध्याह्न भोजन 10

बच्चों का आधार से लिंक 10

छात्रों का खाता खुलना 10

स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड 10

जहानाबाद का रैंक है 38वां

हाजिरी पर किसी को पूरा अंक नहीं 

नामांकन के मुकाबले छात्रों की कक्षा में उपस्थिति पर 20 अंक तय थे। 75 % से अधिक उपस्थिति वाले जिलों को 20 में 20 अंक मिलना था। किसी भी जिले को इस वर्ग में पूर्ण यानी 20 अंक नहीं मिल सका।


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