Bihar Crime: पटना का वांटेड शंभू गोप भोजपुर से गिरफ्तार, दियारा में मचा रखा था आतंक
राजधानी में आतंक का पर्याय कुख्यात शंभू राय उर्फ शंंभू गोप गुरुवार को पकड़ा गया। पटना एसटीएफ ने वांटेड शंभू को सुबह भोजपुर जिले के चांदी थाना अन्तर्गत चांदी-सकड्डी पथ पर भदवर ब्रह्म स्थान के समीप से धर दबोचा।
आरा, जेएनएन। पटना और सारण जिले के दियारा इलाके में आतंक का पर्याय कुख्यात शंभू राय उर्फ शंंभू गोप गुरुवार को पुलिस ने पकड़ लिया। पटना एसटीएफ ने वांटेड शंभू को सुबह भोजपुर जिले के चांदी थाना अन्तर्गत चांदी-सकड्डी पथ पर भदवर ब्रह्म स्थान के समीप से धर दबोचा। मोस्ट वांटेड शंंभू यादव पटना जिले के अकिलपुर थाना क्षेत्र के हरशामचक, गोवद्र्धन गांव का मूल निवासी हैं। पटना और सारण जिले के सात कांडों में वांछित है। शंभू गैंग का मुख्य पेशा रंगदारी, जमीन कब्जा और हत्या करना रहा है। पिछले सात साल में वह पटना के दानापुर व सारण जिले के सोनपुर दियारा इलाके में आतंक का पर्याय बन चुका था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ, पटना के विशेष टीम को लगाया गया था।
पटना एसटीएफ को सुबह सूचना मिली थी कि वांटेड शंभू राय उर्फ शंभू यादव भोजपुर जिले के जमीरा गांव में साढ़ू के श्राद्धकर्म में गया है। बाइक से पत्नी और बच्चे संग चांदी-सकड्डी पथ के रास्ते पटना जा रहा था कि भदवर ब्रह्म स्थान (कुल्हडिय़ा) के समीप स्कार्पियो से आई एसटीएफ ने घेराबंदी कर उसे धर दबोचा तथा पुन: पटना के लिए रवाना हो गई। टीम ने महिला व बच्चों को छोड़ दिया।
सात साल से अपराध की दुनिया में सक्रिय
पकड़ा गया शंभू राय करीब सात साल से अपराध की दुनिया में सक्रिय रहा है। पटना के अकिलपुर, शाहपुर के अलावा सारण जिले के सोनपुर, मनेर तथा दिघवारा थाना से जुड़े केस में दागी रहा हैं। उसके विरुद्ध अभी तक कुल सात गंभीर केस मिले हैं। जिसमें तीन हत्या, आम्र्स एक्ट तथा हत्या के प्रयास से जुड़े संगीन मामले शामिल है। अगर पुलिस रिकार्ड को देखें तो साल 2013 में शंभू के विरुद्ध पहला केस पटना के अकिलपुर थाना में हत्या के प्रयास व फायङ्क्षरग को लेकर दर्ज हुआ था। पटना के मनेर में साल 2018, सारण के दिघवारा में साल 2019 तथा पुन: पटना के शाहपुर थाना इलाके में साल 2020 के अगस्त महीने मेंं घटित हत्या को लेकर चर्चा में आया था।