बिहार एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में चूहा को लगी गोली, रात के अंधरे में दहला मोकामा का दियारा
Bihar STF Encounter News बिहार की राजधानी पटना के मोकामा टाल में बिहार एसटीएफ और अपराधियों के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई है। पुलिस ने हथियारों की बड़ी खेप बरामद की है। यह इलाका बाहुबली विधायक अनंत सिंह के प्रभाव वाला है।
मोकामा (पटना), संवाद सूत्र। Bihar Crime: बिहार की राजधानी पटना के मोकामा टाल में पुलिस ने हथियारों की बड़ी खेप बरामद की है। यह इलाका बाहुबली विधायक अनंत सिंह के प्रभाव वाला है। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि पटना जिले के पचमहला ओपी अंतर्गत रामपुर डुमरा जंजीरा दियारा में बड़ी संख्या में बदमाश हथियार के साथ जमावड़ा लगाये हैं। इसी सूचना पर एसटीएफ ने दियारा क्षेत्र की नाकेबंदी की। किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जुटे अपराधियों के साथ मुठभेड़ भी हुई। इस दौरान 50 हजार का घोषित इनामी बदमाश विक्की राय गिरोह का चूहा बिंद जख्मी हो गया है।
कहीं छिपकर इलाज करा रहा है चूहा बिंद
पुलिस सूत्रों की मानें तो घायल होने के बाद चूहा बिंद छिपकर कहीं इलाज करा रहा है । इस मुठभेड़ के बाद बेगुसराय जिले के फुलवड़िया थाना क्षेत्र के पोखड़पर मोहल्ला निवासी मो. मुन्ना का पुत्र मो. राजा को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने घटना स्थल से एक मस्केट राइफल, 18 इंच का तीन मस्केट रायफल, दो देशी कट्टा और 315 बोर का सात कारतूस बरामद किया है।
गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला इलाका
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस मुठभेड़ में एसटीएफ की ओर से 4 राउंड और जिला पुलिस बल की ओर से तीन राउंड फायरिंग की गयी। पुलिस का दावा है कि बदमाशों ने 18 चक्र फायरिंग की। बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर आज दोपहर करीब दो बजे तक छापेमारी अभियान जारी था। पुलिस के मुताबिक यह मुठभेड़ मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात करीब 1 बजे से सुबह तक होती रही।
नाव के जरिये दियारा में पहुंची टीम
गिरफ्तार बदमाश से गिरोह के अन्य सदस्यों से सघन पूछताछ की जा रही है। बदमाशों के इकठ्ठा होने की सूचना पर एसटीएफ और पचमहला ओपी की पुलिस नौका के सहारे रास्ता तय करते जबकि एक पुलिस टीम ने राजेंद्र पुल होकर सिमरिया के रास्ते दियारा क्षेत्र में प्रवेश किया। इसके बाद पूरे दियारा क्षेत्र की नाकेबंदी कर दी गयी।
खुद को घिरता देखकर गांव में घुसे बदमाश
बदमाशों के गैंग को जब पुलिस से घिर जाने का एहसास हुआ तो उन लोगों ने भागने के प्रयास में पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की। बदमाश अपनी पहचान छिपाने के लिए हथियार जहां-तहां फेंक दिए और दियारा के घरों में आम ग्रामीण की तरह छिप गए। इनकी तलाश में 12 घंटे से ज्यादा समय तक तलाशी अभियान जारी था। एसटीएफ के एसआई विकास कुमार और पचमहला ओपी के प्रभारी नीरज कुमार की अगुवाई में सशस्त्र बल की टुकड़ी ने दियारा क्षेत्र में बदमाशों पर नकेल कसने के अभियान के तहत छापेमारी अभियान चलाया।
दियारा में 100 एकड़ जमीन पर इनका कब्जा
दियारावासियों का कहना है कि इस गैंग द्वारा करीब 100 एकड़ जमीन दियारा में कब्ज़ा कर रखी गई है। यह गैंग किसानों और मछुआरों से रंगदारी वसूलता है। इतना ही नहीं गंगा किनारे पुनपुन नदी का बहाव में आकर लाल बालू और गंगा नदी के सफ़ेद बालू के उत्खनन पर इस गैंग का आधिपत्य है। बालू माफियाओं द्वारा इस गिरोह को मोटी रकम अदा कर बालू, नाव, हाइवा और ट्रैक्टर के सहारे बेगुसराय और नालंदा जिले में ढोई जाती है। कोई भी इन बदमाशों के कारनामे का विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटाता है। जिस किसी ने रंगदारी देने से मना किया उसे मौत के घात उतार दिया जाता है। ऐसे दियारावासियों और नाविकों की हत्या कर गंगा में बहा दिए जाने की वारदातें हो चुकी हैं।