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Bihar CoronaVirus Update: बिहटा ESIC अस्पताल के 350 बेड पर 22 मई से इलाज, सेना व बिहार सरकार में बनी सहमति

Bihar CoronaVirus Update पटना के बिहटा ईएसआइसी अस्पताल में कोरोनावायरस के मरीजों के लिए 22 मई से 350 बेड उपलब्‍ध हो जाएंगे। पांच सौ बेड के इस अस्पताल में 10 अप्रैल को 50 बेड पर इलाज की शुरुआत की गई थी।

By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 20 May 2021 04:51 PM (IST)Updated: Thu, 20 May 2021 04:52 PM (IST)
Bihar CoronaVirus Update: बिहटा ESIC अस्पताल के 350 बेड पर 22 मई से इलाज, सेना व बिहार सरकार में बनी सहमति
बिहटा का ईएसआइसी कोविड अस्पताल। फाइल तस्‍वीर।

पटना, जागरण संवाददाता। Bihar CoronaVirus News Update पटना के बिहटा स्थित सिकंदरपुर स्थित ईएसआइसी अस्पताल (Bihta ESIC COVID Hospital) में कोविड-19 या कोरोनावायरस मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ने लगी हैं। 22 मई से यहां कोरोना मरीजों का 350 बेडों पर इलाज शुरू हो जाएगा। इसपर सेना व राज्य सरकार के प्रतिनिधि के बीच हुई बैठक में सहमति बन गई है। बता दें कि पांच सौ बेड के इस अस्पताल में 10 अप्रैल से कोरोना मरीजों के लिए 50 बेड से शुरुआत की गई थी, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की बढ़ती संख्या और अव्यवस्था पर पटना हाईकोर्ट ने भी तीखी आलोचना की थी। काफी वाद-विवाद के बाद आखिरकार इसे सेना (Indian Army) के हवाले किया गया। कई दिनों तक राज्य सरकार, आर्मी मेडिकल कॉर्प व ईएसआइसी की टीम के बीच बातचीत पर सहमति बनती नहीं दिखी। इससे यहां सुविधा बहाल होने में देर हुई।

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अब 200 बेड पर सेवी देगी सेना

बुधवार को आर्मी की ओर से यहां पहुंचे ग्रुप कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एस. मोहन और राज्य सरकार के नोडल अधिकारी अशोक तिवारी सहित अधिकारियों की एक बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें सेना की टीम, जो पूर्व से 76 बेड पर अपनी सेवा दे रहे थी, उन लोगों ने आपसी समीक्षा के बाद 22 मई से उसे बढ़ाकर 200 तक करने पर सहमति दिखाई। उनके इस निर्णय के बाद अब 500 बेड वाले इस अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए 350 बेड हो जाएंगे। इसमें सेना की टीम 200 बेड पर अपनी सेवा देगी। जबकि, 50 बेड ईएसआइसी और 100 बेड राज्य सरकार की टीम के हवाले होंगे।

ऑक्सीजन टैंक बढ़ाने का भी निर्णय

बताया जाता है कि ऑक्सीजन की किल्लत न हो, इसके लिए एक टैंक और बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, ताकि इलाज में कोई परेशानी खड़ी न हो सके। गौरतलब है कि इस अस्पताल में पूर्व से 10 हजार लीटर ऑक्सीजन लिक्विड टैंक मौजूद था।


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