Bihar CoronaVirus Update: कोरोना से चरमराई न्याय व्यवस्था, सुनवाई तो दूर दाखिल तक नहीं हो रहे मामले
Bihar CoronaVirus Updareकोरोना संक्रमण का असर बिहार की न्याय व्यवस्था पर भी पड़ा है। मुकदमों की सुनवाई लंबित होने के कारण वकील और पीड़ित पक्ष बुरी तरह से प्रभावित हैं।
पटना, निर्भय सिंह। Bihar CoronaVirus Updare: बिहार में कोरोना महामारी से न्यायिक व्यवस्था चरमरा गई है l मुकदमों की सुनवाई तो दूर जो मामले दाखिल किए गए हैं उनके नंबर तक नहीं मिल पा रहे हैं l सवाल यह है कि जब मुकदमे सूचीबद्ध नहीं होंगे तब तक कैसे होगी सुनवाई? यहां तक की अग्रिम और नियमित जमानत तक की सुनवाई कछुए की गति से हो रही है l केस फाइलिंग की नई व्यवस्था ( ई-फाइलिंग) का तो यह आलम है की जिन्होंने ई-फाइलिंग और जी-मेल पटना के द्वारा जून और जुलाई में मामले दर्ज किए हैं, उनके मुकदमे सूचीबद्ध तक नहीं हो पा रहे हैंl इससे वकील और पीड़ित पक्ष बुरी तरह से प्रभावित हो गए हैं।
सूचीबद्ध मामले अधिक, सुनवाई कम
पटना हाईकोर्ट की बात करें तो कोरोना काल में न्यायिक व्यवस्था लगभग ठप पड़ गई है l अनेक वकीलों ने शिकायत की है कि उन्होंने बहुत पहले मुकदमे को दायर किया था, लेकिन आज तक उसमें केस नंबर तक नहीं मिल पाया है l हाल यह है कि याचिकाकर्ता यह समझते हैं कि उनके मुकदमे को वकील ने हाईकोर्ट दायर ही नहीं किया है l वर्चुअल केस के मामले की सुनवाई का हाल यह है कि कोई भी न्यायधीश 10 से 15 मामलों तक की सुनवाई नहीं कर पाते हैं हालांकि, सूचीबद्ध मामलों की संख्या काफी अधिक रहती है l
कितने मुकदमे दर्ज, कितनों का निष्पादन, जानिए
16 मार्च से 31 जुलाई तक कितने सिविल और क्रिमिनल केस दायर हुए और कितनों का निष्पादन हो पाया है, आइए डालते हैं नजर...
पटना हाईकोर्ट
कुल ई-फाइलिंग: 1571 सिविल: 1734, क्रिमिनल: 3547)
कुल काउंटर फाइलिंग: 1503 (सिविल: 99, क्रिमिनल: 1404)
कुल सिविल और क्रिमिनल मामलों का निष्पादन: 13, 609
कुल लंबित मामले: करीब 1.75 लाख
जिला अदालतें
कुल दर्ज सिविल और क्रिमिनल मामले: 1, 30, 0059
कुल निष्पादित सिविल और क्रिमिनल मामले: 66, 742