Bihar CoronaVirus Update: कोरोना मरीजों के लिए राहत भरी खबर, आज बिहार पहुंच रही रेमडेसिविर की दूसरी खेप
Bihar CoronaVirus Update कोरोना मरीजों के इलाज में उपयोग की जा रही दवा रेमडेसिविर की पहली खेप में 14 हजार डोज बिहार पहुंच चुके हैं। दूसरी खेप भी आज आ रही है। केंद्र सरकार ने बिहार के लिए रेमडेसिविर के 24604 डोज तीन दिन पहले मंजूर किए थे।
पटना, स्टेट ब्यूरो। Bihar CoronaVirus Update कोरोनावायरस संक्रमण (CoronaVirus Infection) के इलाज में रेमडेसिविर (Remdesvir) की उपयोगिता पर भले ही सवाल उठ रहे हों, इसका उपयोग बंद नहीं हुआ है। केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद बिहार के लिए स्वीकृत रेमडेसिविर की करीब 14 हजार डोज बिहार पहुंच गई है। बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड (BMSICL) के प्रबंध निदेशक और ड्रग कंट्रोलर की मौजूदगी में इसे छह वितरकों तक पहुंचाया गया। संभावना है रेमडेसिविर की दूसरी खेप भी आज पहुंच जाएगी।
केंद्र सरकार ने बिहार के लिए मंजूर किए 24604 डोज
बीएमएसआइसीएल से प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने बिहार के लिए रेमडेसिविर के 24604 डोज तीन रोज पहले ही मंजूर किए थे। इसके बाद सोमवार की देर रात पहली खेप में 14 हजार डोज अहमदाबाद से सीधे बिहार पहुंच गए। जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट पर बीएमएसआइसीएल और ड्रग कंट्रोलर की देखरेख में इन्हें रेमडेसिविर के छह वितरकों के पास पहुंचाया गया है। इन वितरकों के जरिए अब यह इंजेक्शन अस्पतालों की मांग के आधार पर उन्हें मरीजों को मुहैया कराया जाएगा। एक आधार कार्ड पर छह रेमडेसिविर के इंजेक्शन मिल सकेंगे।
डॉक्टर बोले, इंजेक्शन में गैप से नहीं पड़ता कोई फर्क
रेमडेसिविर की कमी के बीच किसी मरीज को दो डोज मिली तो तीसरी डोज दो से तीन दिन के बाद मिल रही है। जिसे लेकर लोग संशय जता रहे हैं कि ऐसी स्थिति में इंजेक्शन कारगर हैं या नहीं। इस मसले पर आइएमए बिहार के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार बताते हैं कि लोगों को इस धारणा को मन से निकाल देना चाहिए कि इंजेक्शन में गैप से फर्क पड़ता है। उन्होंने बताया कि रेमडेसिविर के छह डोज के दौरान बीच में दो-तीन दिन के अंतर से कोई फर्क नहीं पड़ता है। पहले दिन दो इंजेक्शन की डोज लेनी होती है। इसके बाद एक-एक इंजेक्शन प्रति दिन के अनुसार चार डोज। यदि इस बीच में दो-तीन दिन का गैप हो तो मरीज को परेशान नहीं होना चाहिए। इस गैप से डोज के काम करने की क्षमता में कोई फर्क नहीं पड़ता है।