बिहार कांग्रेस को इस बार वैक्सीन नहीं, बल्कि उसके रैपर पर आपत्ति; आप भी जान लीजिए वजह
Bihar Politics बिहार में अब कोरोना के टीके को लेकर नए किस्म का विशुद्ध राजनीतिक सवाल खड़ा हुआ है। बिहार कांग्रेस ने इस बार वैक्सीन पर नहीं बल्कि वैक्सीन के रैपर पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि वैक्सीन को भाजपा राजनीति का जरिया बना रही है।
पटना, राज्य ब्यूरो। Vaccine Politics in Bihar: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देश में निर्मित दो वैक्सीन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुरुआत में कुछ राजनीतिक दलों और राजनेताओं ने वैक्सीन की विश्वसनीयता को लेकर सवाल खड़े किए। जिसका नतीजा है कि देशभर में करीब आठ फीसद यानी 11 करोड़ से अधिक और अकेले बिहार में ही 66 लाख से अधिक लोगों के सफल टीकाकरण के बाद भी कुछ लोगों और कुछ इलाकों में भ्रांतियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। बिहार में अब कोरोना के टीके को लेकर नए किस्म का सवाल खड़ा हुआ है। बिहार कांग्रेस ने इस बार वैक्सीन पर नहीं, बल्कि वैक्सीन के रैपर पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि वैक्सीन को भाजपा राजनीति का जरिया बना रही है।
रैपर पर प्रधानमंत्री की तस्वीर को लेकर जताई आपत्ति
कांग्रेस का दावा है कि वैक्सीन के रैपर पर प्रधानमंत्री का चित्र है। पार्टी इसे अनुचित बता रही है और वैज्ञानिकों का अपमान बता रही है। बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने रविवार को कहा कि जो वैक्सीन जनता ले रही है, उसके रैपर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चित्र है, जबकि उनकी जगह वैज्ञानिक का चित्र होना चाहिए था।
कांग्रेस नेता ने बिहार के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
अजीत शर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आज ही एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि आश्चर्य है कि वैक्सीन के रैपर पर वैज्ञानिक की जगह प्रधानमंत्री की फोटो लगी है। शर्मा ने पत्र में प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, बेड और दवाओं की किल्लत दूर करने के लिए कारगर कदम उठाए। इलाज करते-करते बड़ी संख्या में डॉक्टर नर्स कोरोना संक्रमित हो गए हैं। जिस वजह से अस्पतालों में डॉक्टर नर्स की कमी हो गई है। इन रिक्त पदों पर तत्काल किसी का पदस्थापन किया जाना चाहिए।