Bihar Chunav Govt. Formation: जीतन राम मांझी ने बेटे को बनाया मंत्री, सवाल यह कि क्या समधन को भी देंगे मौका?
Bihar Chunav Govt. Formation जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा से बनाए जाने वाले एक मंत्री पद पर उनके बेटे संतोष मांझी ने शपथ ली। बाद में दूसरे मंत्री पद के लिए उनकी समधन ज्याेति देवी भी रेस में हैं।
पटना, सुनील राज। Bihar Chunav Government Formation बिहार की राजनीति में दलित नेता के रूप में पहचान बना चुके जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की किस्मत एक बार फिर उन्हें सत्ता सुख के करीब लेकर आ गई है। विधानसभा की चार सीटें जीतने वाला हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) नीतीश मंत्रिमंडल (Nitish Cabinet) में शामिल हो गया है। हालांकि, बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके मांझी खुद मंत्री नहीं बनेंगे। उनकी पार्टी से उनके बेटे संतोष कुमार सुमन ने मंत्री पद की शपथ ली है। बाद में कैबिनेट विस्तार होने पर एक अन्य विधायक को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। दूसरे पद के लिए पूर्व मंत्री व दोस्त डॉ. अनिल कुमार (Dr. Anil Kumar) तथा समधन ज्योति देवी (Jyoti Devi) में रेस चल रही है।
चुनाव में सात सीटों पर दर्ज की जीत
2014 के लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद नीतीश कुमार से तोहफे के रूप में मांझी को मुख्यमंत्री का पद मिला, लेकिन अगले ही वर्ष फरवरी में मांझी को मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा। उसके बाद मांझी ने 2015 में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा का गठन कर सत्ता के लिए कुछ लड़ाइयां लड़ीं, लेकिन मकसद में कामयाब नहीं हुए। 2020 के विधानसभा चुनाव के पहले मांझी ने जदयू के साथ रिश्तों को मधुर किया और उसके कोटे से मिली सात सीटों में से चार में जीत हासिल की। उसके बाद मांझी का नीतीश कैबिनेट में शामिल होना करीब-करीब तय हो गया, लेकिन मुख्यमंत्री रह चुके मांझी की खुद के लिए दुविधा है।
खुद नहीं बने, बेटे को बनाया मंत्री
'हम' सूत्रों ने बताया कि नई बनने वाली सरकार में मांझी खुद मंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने अपनी जगह पर पुत्र व विधान पार्षद संतोष कुमार सुमन को मंत्री बनाने का फैसला किया। संतोष ने सोमवार को मंत्री पद की शपथ ली।
आगे मंत्री पद की रेस में दोस्त व समधन
संतोष के साथ ही पार्टी के एक अन्य विधायक को भी मंत्री बनने को मौका मिल सकता है, लेकिन बाद में। नीतीश कुमार के साथ हम के कोटे से केवल एक मंत्री के ही शपथ लिए जाने की संभावना है। मंत्रिमंडल के विस्तार में दूसरे मंत्री को समायोजित किया जा सकता है। फिलहाल दो नामों पर विचार चल रहा है। टिकारी से जीते डॉ. अनिल कुमार और बाराचट्टी से विजयी रही ज्योति देवी के बीच रेस में बाजी किससे हाथ लगती है, इसको लेकर उत्सुकता है। सूत्रों की माने तो मांझी की पहली पसंद पूर्व मंत्री डॉ. अनिल कुमार हैं। वे उनके मित्र भी हैं और अनुभवी भी। ज्योति उनकी समधन हैं। ऐसे में देखना यह होगा कि मांझी अंतत: किसके हक में फैसला लेते हैं।