Bihar Chunav 2020: रिजल्ट के बाद अब जोड़-तोड़ की सियासत, मांझी ने महागठबंधन की उम्मीदों पर फेरा पानी
Bihar Chunav Govt. Formation 2020 बिहार चुनाव के रिजल्ट के बाद अब सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ की सियासत भी चल रही है। जीतनराम मांझी ने महागठबंधन से बुलावा आने की बात कही है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे नीतीश कुमार के साथ एनडीए में हैं।
पटना, जेएनएन। Bihar Chunav Government Formation 2020 बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के रिजल्ट के बाद अब जोड़-तोड़ की सियासत शुरू हो गई है। इस बीच महागठबंधन से अलग होकर झटका देने वाले जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने एक बार फिर महागठबंधन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। मांझी ने राजनीतिक गलियारे में चल रही तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए साफ कर दिया है कि वे मरते दम तक नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ बने रहेंगे। कहा है कि उन्हें दूसरे दलों से बुलावा आ रहा है, लेकिन वे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में ही रहेंगे। विदित हो कि इसके पहले जीतन राम मांझी ने कहा था कि वे मुख्यमंत्री (CM) रह चुके हैं, इसलिए नई सरकार में मंत्री नहीं बनेंगे।
कुर्सी की दौड़ में पीछे छूट गया महागठबंधन
हिदुस्तानी आवाम मोर्चा ने चुनाव के पहले महागठबंधन से रिश्ते तोड़ जनजा दल यूनाइटेड के साथ आगे की पारी की शुरुआत की थी। जेडीयू ने अपने कोटे से उसे विधानसभा की सात सीटें दी। मांझी समेत उनकी पार्टी ने सात में चार प्रत्याशियों ने जीत दर्ज कराई। इधर महागठबंधन कुर्सी की दौड़ में एनडीए से काफी पीछे रह गया।
अंतिम समय तक नीतीश के साथ रहेंगे मांझी
चुनावी दौड़ में पीछे रहने के बाद महागठबंधन ने दांव चला और कोशिश में जुट गया कि मांझी किसी तरह उनके पाले में आ जाएं। पिछले 24 घंटे से राजनीतिक गलियारे में ऐसी चर्चा चल रही थी कि मांझी नीतीश को छोड़ सकते हैं। पर ऐसे तमाम कयासों के बीच अब मांझी ने दो टूक शब्दों में कह दिया है कि वे नीतीश कुमार का साथ किसी भी हाल में नहीं छोड़ सकते हैं। मांझी के निर्देश पर 'हम' के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने शुक्रवार को कहा कि राजनीति के गलियारे में जो चर्चाएं चल रही हैं, उनका कोई आधार नहीं है। जीतन राम मांझी ने साफ कहा है कि उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और जीत दर्ज कराई। अब पार्टी अंत समय तक नीतीश कुमार के साथ रहेगी।
मांझी बोले: नीतीश के नेतृत्व में लड़ा चुनाव, उनके ही साथ
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (Hindustani Awam Morcha) के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि बिहार में अब जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। दूसरे दलों से लगातार बुलावा आ रहा है। एनडीए छोड़ने के लिए कहा जा रहा है। लेकिन हम एनडीए का साथ हैं।
पहले मुख्यमंत्री रह चुके हैं इसलिए अब नहीं बनेंगे मंत्री
इसके पहले जीतनराम मांझी ने कहा था कि वे नई सरकार में मंत्री नहीं बनेंगे। इसे स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री के पद पर रह चुके हैं, इसलिए मंत्री बनना उचित नहीं होगा। यह भी कहा कि चुनाव से पहले वे बिना शर्त के एनडीए में शामिल हुए थे। अब आगे किसी शर्त की कोई बात ही नहीं है। जीतन राम मांझी साल 2014 से 2015 तक मुख्यमंत्री रहे थे।
एनडीए सरकार के गठन में मांझी का समर्थन अहम
जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' को चुनाव में चार सीटें मिली हैं। 'हम' ने सात सीटों पर चुनाव लड़ा, जिनमें चार पर जीती। एनडीए की सरकार के गठन में मांझी का समर्थन अहम है। 'हम' ने गुरुवार को अध्यक्ष जीतन राम मांझी को पार्टी विधायक दल का नेता चुन लिया है।
यह भी पढ़ें: Bihar Chunav 2020: बिहार में गहराई जोड़-तोड़ की सियासत- सरकार बनाने की दूरगामी रणनीति बना रहे तेजस्वी!