Bihar Chunav 2020 Result: सरकार के दस मंत्रियों पर भारी पड़ी लोजपा-बसपा, निर्दलीय और नोटा ने कर दिया पैदल
इस चुनाव में सरकार के दस मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा। आंकड़े पर गौर करें तो लोजपा बसपा और निर्दलीय प्रत्याशी की वजह से तिकोणीय जंग तो थी ही पर कुछ जगहों पर अगर नोटा में पड़े वोट मंत्रियों के खाते में आ जाते तो स्थिति बेहतर होती।
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। राज्य मंत्रिमंडल के दस मंत्रियों को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। हार के आंकड़े पर गौर करें तो लोजपा, बसपा और निर्दलीय प्रत्याशी की वजह से तिकोणीय जंग तो थी ही पर कुछ जगहों पर अगर नोटा में पड़े वोट मंत्रियों के खाते में आ जाते तो स्थिति थोड़ी बेहतर हो सकती थी उनकी। दस में आठ मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में वोटरों ने नोटा पर खूब बटन दबाया।
सिंहेश्वर में नोटा ने दिखा दिया असर
सिंहेश्वर विधानसभा क्षेत्र में नोटा का मामला निर्णायक हो गया। वहां से अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव जदयू की टिकट पर मैदान में थे। उन्हें 80400 वोट आए और 85395 वोट हासिल कर राजद के चंद्रहास चौपाल चुनाव जीत गए। यानी हार का अंतर 4995 मतों का था। जबकि नोटा में 3998 वोट पड़े। हार का अंतर नोटा में पड़े मतों से मात्र 997 का था। लोजपा को यहां 5586 वोट आए थे।
लौकहा में लोजपा के साथ नोटा भी
मधुबनी के लौकहा में जदयू की टिकट पर आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय चुनाव लड़ रहे थे। वहां नोटा में 4486 वोट मिले। यह कुल मतदान का 2.15 प्रतिशत था। लक्ष्मेश्वर राय को 68288 वोट आए और राजद के भारत भूषण मंडल को 77759 वोट मिले। यहां हार-जीत का अंतर 9471 था। नोटा के डाले गए मत को अगर इससे घटा दें तो यह 4985 होता है। वहीं लोजपा को 30393 वोट मिले यहां।
शैलेश कुमार की हार में लोजपा बड़ा फैक्टर
जमालपुर से ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार चुनाव हार गए। उन्हें 52125 वोट आए। कांग्रेस प्रत्याशी अजय कुमार सिंह को 56593 वोट आए। शैलेश कुमार की हार 4468 वोटों से हुए। वहीं नोटा में 2072 वोट मिले। लोजपा को यहां 14502 वोट आए थे।
संतोष निराला मामले में बसपा फैक्टर ने पलट दिया परिणाम
बात बक्सर के राजपुर विधानसभा क्षेत्र की करें। वहां परिवहन मंत्री संतोष निराला चुनाव मैदान में थे। श्री निराला को 46392 वोट आए और कांग्रेस प्रत्याशी को 66957 वोट मिले। यहां परिवहन मंत्री की हार का अंतर 20565 मतों का था। यहां बसपा ने तीसरा कोण बनाकर जदयू का खेल खराब किया। बसपा प्रत्याशी को 43674 वोट आए। नोटा में 2841 वोट डाले गए।
निर्दलीय दिलीप वर्मा के तीसरे कोण ने खुर्शीद को जीतने नहीं दिया
सिकटा में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज को तीसरे कोण की वजह से बड़ी हार का सामना करना पड़ा। उन्हें 35713 वोट आए और वह तीसरे स्थान पर रहे। निर्दलीय प्रत्याशी दिलीप वर्मा को 46650 वोट आए और उन्हें भाकपा (माले) के प्रत्याशी ने हरा दिया। माले को 48730 वोट आए। नोटा में 2022 वोट पड़े। दिनारा में तो कई किस्म से वोटों का बंटवारा हुआ और मंत्री जयकुमार सिंह को मात्र 27 हजार वोट आए। मुकाबला लोजपा के राजेंद्र सिंह और राजग के विजय कुमार मंडल के बीच रहा। रालोसपा को 18297 वोट आए।
जहानाबाद में लोजपा ने बना दिया तीसरा कोण
जहानाबाद में नोटा के तहत 2368 वोट आए। यहां शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा जदयू की टिकट पर मैदान में थे। यहां जदयू प्रत्याशी को 40563 वोट आए और राजद को 73962। राजद की जीत 33399 मतों से हुई। लोजपा ने तीसरा कोण यहां बनाया और उसके प्रत्याशी को 23828 वोट मिले।
हथुआ में 4501 वोट नोटा में पड़ गए
हथुआ से समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह जदयू की टिकट पर मैदान में थे। हथुआ में 4501 वोट नोटा में पड़े। रामसेवक सिंह को 56020 वोट आए और उन्हें हराने वाले राजद प्रत्याशी को 86257 वोट आए। वैसे यहां तीसरा कोण महत्वपूर्ण नहीं रहा क्योंकि लोजपा को 9870 वोट ही आए।
मुजफ्फरपुर में कोई कोण नहीं सामने आया
मुजफ्फरपुर में मंत्री सुरेश शर्मा की हार छह हजार वोटों से हुई। श्री शर्मा ने 75175 मत हासिल किए जब कांग्रेस के बिजेंद्र चौधरी को 81307 वोट आ गए। दिलचस्प यह रहा कि प्लूरल्स साढ़े तीन हजार वोट के साथ यहां तीसरे नंबर पर रही।