बिहार कैबिनेट विस्तार में भाजपा के मंत्रियों पर पीएम मोदी और अमित शाह की मुहर का इंतजार
भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में मंत्रियों के नाम लगभग तय हैं। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की सहमति का इंतजार है। उनसे हरी झंडी मिलते ही पार्टी सीएम नीतीश कुमार को मंत्रियों के नाम की सूची सौंप देगी।
पटना, राज्य ब्यूरो। नीतीश सरकार में कैबिनेट विस्तार को लेकर भाजपा के मंत्रियों के नाम पर अब फाइनल मुहर लगनी बाकी है। माना जा रहा है कि भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में मंत्रियों के नाम लगभग तय हैं। अब इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहर लगनी बाकी है। दोनों आला नेताओं की हरी झंडी के बाद भाजपा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सूची सौंप देगी।
कुशवाहा चेहरे पर भाजपा का जोर
कैबिनेट विस्तार में भाजपा का सर्वाधिक जोर कुशवाहा चेहरे पर है। पिछली सरकार में भाजपा ने सीमांचल के प्राणपुर से विधायक विनोद सिंह को मंत्री बनाया था। विनोद दिवंगत हो गए। पूर्व मंत्री की पत्नी निशा सिंह 17वीं विधानसभा में पहली बार जीत कर आईं हैं लेकिन पार्टी इसबार विधान पार्षद सम्राट चौधरी को मंत्री बनाना चाह रही है। सम्राट का नाम लगभग तय भी माना जा रहा है। दो कारणों से भाजपा में सम्राट के नाम पर जोर है। पहला कुशवाहा के सामाजिक और दूसरा क्षेत्रीय समीकरण है। पूर्व मंत्री के नाते सम्राट अनुभवी भी है।
भाजपा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के जवाब के रूप में सम्राट को उभार देना चाहती है। पार्टी सभी दृष्टिकोण से सम्राट के जरिए कुशवाहा को मुफीद मान रही है। इस बिंदु पर गत दिनों भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में जेपी नड्डा के साथ राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद एवं रेणु देवी, बिहार के संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय की मौजूदगी में लंबी बैठक चली थी। इसमें सम्राट के नाम सभी नेताओं को जोर था। इसी तरह पूर्व मंत्री और मिथिलांचल के चेहरा नीतीश मिश्रा और भाजपा मुसलमान चेहरा के रूप में आजमाए हुए खांटी संगठन के नेता के रूप में शाहनवाज हुसैन के नाम तय माना जा रहा है। वहीं, क्षत्रीय समाज से आने वाले पूर्व राणा रणधीर सिंह और लालगंज से पहली बार विधायक बने संजय सिंह के नाम पर जिच बरकरार है। भागलपुर जिले के बिहपुर से विधायक शैलेंद्र कुमार के नाम पर भी तय माना रहा है।