Bihar Budget 2021 News: बजट पर बोला बिहार, किसी ने कहा- वेरी गुड तो किसी के लिए बेकार
Bihar Budget 2021 News बिहार विधानमंडल में सोमवार को नीतीश सरकार ने साल 2021-22 के लिए बजट पेश किया। इसपर बिहार के लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिली हैं। बजट पर लोगों ने कुल मिला कर संतोष का इजहार किया है।
पटना, जागरण टीम। Bihar Budget 2021 News बिहार विधानमंडल (Bihar Legislature) में सोमवार को नीतीश सरकार (Nitish Government) ने कोरोना काल (Corona Era) का पहला बजट (Budget) पेश किया। बजट में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य व विकास के क्षेत्रों में कई बड़े प्रावधान किए गए हैं। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट 'सात निश्चय योजना' के पार्ट-2 को भी प्राथमिकता दी गई है। बजट पर राजनेताओं व विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएं अपनी जगह, इसपर समाज के आम लोगों ने भी अपनी राय दी है। आइए डालते हैं नजर।
पूरी नहीं हुई वकीलों की राहत की उम्मीद
पटना हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरीय अधिवक्ता योगेश चन्द्र वर्मा ने कहा है कि कोरोना की महामारी के कारण वकीलों को एक साल तक वकीलों, उनके लिपिकों व परिवारों को भारी आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ी। उन्हें राज्य सरकार से राहत की उम्मीद थी, जो पूरी नहीं हुई। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सिंह ने भी वकीलों के लिए वित्तीय व्यवस्था नहीं किए जाने पर अफसोस जाहिर किया। उन्होंने सरकार से वकीलों के कल्याण के लिए अलग से आर्थिक पैकेज देने की मांग की है।
महिला आत्मनिर्भरता की राह खोलता बजट
पटना दूरदर्शन की एंकर व एक्ट्रेस रूपम त्रिविक्रम बजट में महिलाओं के लिए किए गए प्रावधानों की तारीफ करती हैं। उनके अनुसार इंटरमीडिएट पास छात्राओं को 25 हजार तथा स्नातक पास छात्राओं को 50 हजार रुपये देने के प्रावधान उनमें शिक्षा के प्रति ललक पैदा करेगा। सरकार ने महिला उद्यमियों को आसान कर्ज देने की घोषणा कर उनकी आत्मनिर्भरता का मार्ग भी खोल दिया है।
विकास के बहुआयामी दृष्टिकोण का समावेश
पटना की फिटनेस ट्रेनर व योग प्रशिक्षक पूनम कुमारी भी कहतीं हैं कि सरकार ने महिला शिक्षा, राेजगार व उद्यम के लिए बड़े प्रावधान कर महिला सशक्तीकारण की दिशा में बड़ा काम किया है। इस प्रगतिशील व संतुलित बजट में विकास के बहुआयामी दृष्टिकोण का समावेश है। इसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। साथ ही बजट में उपभोक्ता व बाजार का भी ध्यान रखा गया है।
कुल मिलाकर ठीक है बजट
पटना व्यवहार न्यायालय में निगरानी के ट्रैप मामलों के विशेष लोक अभियोजक किशोर कुमार सिंह कहते हैं कि बजट की आलोचना हो सकती है, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि हम कोरोना के संकट से बिगड़ी अर्थव्यस्था के दौर में जी रहे हैं। इस तथ्य को देखते हुए बजट कुल मिलाकर ठीक है।
अर्थव्यवस्था में वृद्धि की उम्मीद
मोतिहारी में भारतीय जीव बीमा निगम के अधिकारी कौशल किशोर की नजर में बजट प्रगतिशील है। वर्तमान हालात में इससे बेहतर की उम्मीद नहीं की जा सकती थी। राज्य की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है और आगे भी ऐसी ही उम्मीद की जानी चाहिए।