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बिहार बोर्ड ने CBSE को 12वीं के रिजल्‍ट में पछाड़ा, निचले पायदान पर रहा पटना जोन

12वीं के रिजल्ट में इस साल बिहार बोर्ड के छात्रों ने सीबीएसई (CBSE) के परीक्षार्थियों को पीछे छोड़ दिया है। दोनों बोर्ड के रिजल्ट में 13 फीसद का अंतर है। पड़ताल करती रिपोर्ट।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Thu, 02 May 2019 10:23 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2019 10:23 PM (IST)
बिहार बोर्ड ने CBSE को 12वीं के रिजल्‍ट में पछाड़ा, निचले पायदान पर रहा पटना जोन
बिहार बोर्ड ने CBSE को 12वीं के रिजल्‍ट में पछाड़ा, निचले पायदान पर रहा पटना जोन

पटना [जयशंकर बिहारी]  12वीं के रिजल्ट में इस साल बिहार बोर्ड के छात्रों ने सीबीएसई (CBSE) के परीक्षार्थियों को पीछे छोड़ दिया है। दोनों बोर्ड के रिजल्ट में 13 फीसद का अंतर है। सीबीएसई में राज्य के छात्रों की उत्तीर्णता का फीसद 61.58 रहा है, जबकि इस साल बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की इंटरमीडिएट परीक्षा में 79.76 फीसद छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं।

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झारखंड के स्कूलों के बेहतर रिजल्ट के कारण पटना जोन के उत्तीर्णता फीसद में थोड़ी वृद्धि हुई है। बावजूद इसके पटना जोन सीबीएसई के सभी जोन में फिसड्डी रहा। 2018 में यहां 70.54 फीसद रिजल्ट था। इस साल लगभग चार फीसद रिजल्ट कम हो गया है। पटना जोन में छात्राओं का रिजल्ट छात्रों की तुलना में बेहतर रहा है। 76.08 फीसद छात्राएं तथा 61.57 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। छात्राओं ने उत्तीर्णता के मामले में गुवाहाटी जोन को पीछे छोड़ दिया है। 

बिहार के स्कूलों के लिए यह सचेत होने वाला रिजल्ट

सीबीएसई स्कूलों के संगठन पाटलिपुत्र सहोदय के अध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन के अनुसार बिहार के स्कूलों के लिए यह सचेत होने वाला रिजल्ट है। देश में राज्य का रिजल्ट सबसे फिसड्डी रहा है। पिछले कई वर्षों देश के ओवरऑल रिजल्ट में वृद्धि और बिहार के रिजल्ट में कमी देखने को मिल रही है। इस साल 40 फीसद बच्चे पास नहीं हो सके हैं। इसका प्रमुख कारण स्कूल और कोचिंग के बीच दौड़ का है। शिक्षक और अभिभावकों को इसे लेकर सचेत होना होगा। विद्यार्थियों को भी तय करना होगा कि उन्हें करना क्या है? बेहतर रिजल्ट के लिए नामांकन के साथ ही काउंसलिंग की जरूरत है। 

निजी स्कूलों का फीका प्रदर्शन

सीबीएसई के पटना जोन में सबसे बेहतर रिजल्ट केंद्रीय विद्यालय संगठन का रहा है, जबकि निजी स्कूलों के 26.98 फीसद परीक्षार्थी ही उत्तीर्ण हुए हैं। पिछले साल 29.77 फीसद उत्तीर्ण हुए थे। इंडिपेंडेंट छात्रों की उत्तीर्णता का फीसद इस साल 67.99 तथा पिछले साल 68.48 फीसद था। जवाहर नवोदय विद्यालय का रिजल्ट इस बार घटा है। पिछले साल 95.04 तथा इस साल 94.59 फीसद ही उत्तीर्ण हुए हैं। पटना जोन के केंद्रीय विद्यालयों का ओवरऑल रिजल्ट पिछले साल से बेहतर रहा है। 2019 में 98.18 फीसद तथा 2018 में 97.23 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। 

बिहार बोर्ड की तुलना में पांच फीसद परीक्षार्थी 

बिहार में सीबीएसई की 12वीं परीक्षा में 57,907 परीक्षार्थी शामिल हुए। वहीं, बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में 12,78,655 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। इनमें से 10,19,795 को सफलता मिली। सीबीएसई के सभी जोन को मिलाकर 12,18,393 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया। इसमें 12,05,484 परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 10,05,427 उत्तीर्ण हुए। ओवरऑल सीबीएसई का उत्तीर्णता फीसद बिहार बोर्ड से लगभग चार फीसद अधिक रहा है।


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