बिहार बोर्ड ने इंटर व मैट्रिक परीक्षा फार्म को लेकर दी महत्वपूर्ण जानकारी, शुल्क के लिए दी चेतावनी
Bihar Board News बिहार बोर्ड ने इंटर एवं मैट्रिक के परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी है। अब छात्र 10 सितंबर तक परीक्षा फॉर्म भर सकते हैं। पहले इसके लिए तीन सितंबर तक अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी।
जागरण संवाददाता, पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर एवं मैट्रिक के परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी है। अब छात्र 10 सितंबर तक परीक्षा फॉर्म भर सकते हैं। पहले इसके लिए तीन सितंबर तक अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी। साथ ही बोर्ड ने यह भी जानकारी दी है कि बोर्ड द्वारा जारी पंजीयन कार्ड में गलती होने पर सुधारा जा सकता है। इसके लिए भी 10 सितंबर तक ही अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। छात्र पंजीयन कार्ड में माता-पिता के नाम, फोटो, जन्मतिथि, जाति, धर्म, राष्ट्रीयता, लिंग, विषय, परीक्षा के माध्यम से संबंधित किसी प्रकार की त्रुटि होने पर उसमें दस सितंबर तक सुधारा जा सकता है। वहीं शुल्क जमा करने को लेकर बोर्ड ने चेतावनी दी है।
शुल्क जमा नहीं होने पर नहीं मिलेगा प्रवेशपत्र
बोर्ड ने उन छात्रों को चेतावनी दी है कि जिन्होंने अब तक शुल्क जमा नहीं किया है, उनका प्रवेश पत्र जारी नहीं किया जाएगा। शुल्क बकाया वाले छात्र आगामी 10 सितंबर तक जमा कर सकते हैं। बोर्ड ने आदेश दिया है कि केवल संबद्धता प्राप्त स्कूल- कालेजों से ही परीक्षा आवेदन पत्र भरा जाएगा। जिन स्कूलों की संबद्धता समाप्त कर दी गई है, उन स्कूलों के परीक्षा फॉर्म नहीं भरे जाएंगे।
आइसीएसई के 10वीं व 12वीं में फेल छात्र 2022 में दे सकते परीक्षा
इस वर्ष आइसीएसई की 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में फेल होने वाले छात्र अगले वर्ष (2022) की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। बोर्ड ने इस संबंध में सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिया है। इसके साथ ही जो छात्र अपने अंकों में सुधार करना चाहते हैं, वे एक या उससे अधिक विषयों की परीक्षा अगले वर्ष दे सकते हैं। बोर्ड ने उन छात्र-छात्राओं को भी अवसर प्रदान किया है, जो किसी कारण से इस वर्ष की मूल्यांकन प्रणाली में शामिल नहीं हो पाए हैं या किसी कारण से बीच में ही परीक्षा छोड़ चुके हैं। डान बास्को एकेडमी के उप प्राचार्य एरिक का कहना है कि इस वर्ष कोरोना संकट के कारण कुछ बच्चों का रिजल्ट खराब हो गया था। बोर्ड ने उन बच्चों को अगले साल अवसर प्रदान किया है। साथ ही बोर्ड ने कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को भी बेहतर बनाने का अवसर दिया है।