शिक्षा के विकास में नहीं होगी संसाधनों की कमी : मंत्री
शिक्षा के विकास में राज्य में संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी।
पटना। शिक्षा के विकास में राज्य में संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। सरकार शिक्षा की रोशनी गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए हर पंचायत में हाईस्कूल खोल रही है। हर पंचायत में हाईस्कूल और इंटर कॉलेज खुलने से लड़कियों की शिक्षा में काफी वृद्धि हो रही है। अब लड़कियों को पढ़ाई करने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। इससे काफी सामाजिक बदलाव आएगा। ये बातें मंगलवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के तत्वावधान में स्थानीय ज्ञान भवन में आयोजित मेधा दिवस समारोह में शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहीं।
मंत्री ने कहा कि 2005 के बाद राज्य की शिक्षा प्रणाली में काफी बदलाव आया है। पहले बोर्ड की परीक्षा एवं रिजल्ट को लेकर काफी बदनामी होती थी। अब बोर्ड की कार्यप्रणाली का अध्ययन करने के लिए देशभर से विभिन्न राज्य बोर्ड के प्रतिनिधि आ रहे हैं। : साइकिल और पोशाक ने बदला माहौल :
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की छात्राओं को साइकिल एवं पोशाक देने की योजना काफी सफल रही है। इसका काफी व्यापक असर समाज पर हुआ है। अब लड़कियों की शिक्षा के प्रति आकर्षण बढ़ा है। यह विकास के लिए बहुत जरूरी है। : कदाचार बीते दिनों की बात :
मौके पर अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में कदाचार बीते दिनों की बात हो गई है। पहले कदाचार के नाम पर बोर्ड की काफी बदनामी होती थी, लेकिन अब बोर्ड की विश्वसनीयता बढ़ी है। बोर्ड की कार्यप्रणाली की देशभर में प्रशंसा की जा रही है। यह हमारे लिए गौरव का विषय है।
: देश में बिहार बोर्ड ने सबसे पहले दिया रिजल्ट :
इस अवसर पर आए अतिथियों एवं छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इस वर्ष बिहार बोर्ड ने देशभर में सबसे पहले मैट्रिक एवं इंटर का रिजल्ट जारी किया। बोर्ड मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा के अलावा सरकार के निर्देश पर अन्य परीक्षाओं का भी संचालन करता है। : 44 मेधावी विद्यार्थियों को मिला पुरस्कार :
बिहार बोर्ड द्वारा मंगलवार को मैट्रिक एवं इंटर के 44 मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। इसमें मैट्रिक के 18 एवं इंटर के तीनों संकायों के कुल 28 विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर दिया गया। : मैट्रिक के पुरस्कृत विद्यार्थी :
सावन राज भारती, रौनित राज, प्रियांशु राज, प्रवीण प्रखर, आदित्य रॉय, आदर्श रंजन, रौशन कुमार, हर्ष कुमार, अंकेश कुमार, पीयूष कुमार, अभिनव कुमार, अमित कुमार, राम कुमार सिंह, अमन, चंचल कुमार, मो. शकील, रौशन कुमार, मो. सैफ आलम ----------
: इंटर विज्ञान के पुरस्कृत छात्र :
पवन कुमार, रोहिणी प्रकाश, शुभाकर कुमार, सत्यजीत सुमन, मो. अहमद, केशव कुमार, अभिषेक कुमार, गुलाम सरवर, प्रिंस कुमार
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: इंटर वाणिज्य के पुरस्कृत छात्र :
सत्यम कुमार, सोनू कुमार, श्रेया कुमारी, सुजीत सहनी, अंकिता कुमारी, शालिनी कुमारी, गरिमा कुमारी, स्वाति कुमारी
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: इंटर कला के पुरस्कृत छात्र :
मनीष कुमार, रोहिणी रानी, विकास कुमार, महनूर जहां, हर्षिता कुमारी, निशिकांत कुमार झा, श्रेया कुमारी, आनंद राज, रोहित कुमार
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: टॉपरों को मिला लैपटॉप व राशि :
मैट्रिक एवं इंटर के तीनों संकायों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को एक-एक लैपटॉप एवं एक-एक लाख रुपये की राशि प्रदान की गई। दूसरा स्थान प्राप्त करने वालों को लैपटॉप व 75 हजार एवं तीसरा स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप एवं 50 हजार की राशि प्रदान की गई। इंटर में चौथा एवं पांचवां स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप एवं 15 हजार की राशि प्रदान की गई। मैट्रिक की परीक्षा में 4 से दस तक स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप एवं 10 हजार की राशि दी गई।
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: डीएम एवं डीईओ भी पुरस्कृत :
बोर्ड द्वारा मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में बेहतर योगदान देने वाले राज्य के दस जिलाधिकारियों को पुरस्कृत किया गया। इनमें औरंगाबाद के जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल, बांका के कुंदन कुमार, भागलपुर के प्रणव कुमार, मुजफ्फरपुर के आलोक रंजन घोष, मुंगेर के राजेश मीणा, नालंदा के योगेंद्र सिंह एवं पटना के कुमार रवि को पुरस्कृत किया गया। मौके पर बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि अब जिलाधिकारियोंको आइपैड मुहैया कराया जाएगा। इसके अलावा जिला शिक्षा अधिकारियों को लैपटॉप दिया जाएगा। इसके अलावा औरंगाबाद, बांका, भागलपुर, दरभंगा, गया, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, नालंदा, पटना एवं पूर्णिया के जिला शिक्षा अधिकारी को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर डॉ. रविंद्र कुमार कोटनाला ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान प्रस्तुत किया। समारोह के अंतिम सत्र में विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भव्य सांस्कृतिक समारोह प्रस्तुत किया।