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Bihar Board 12th Result 2018: पिछले साल की तुलना में बेहतर रहा परिणाम, देखें डिटेल

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर परीक्षा का रिजल्‍ट घोषित कर दिया है। इस बार 52.95 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। फेल छात्रों के लिए कंपार्टमेंटल परीक्षा का समय भी जारी कर दिया गया।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Wed, 06 Jun 2018 05:32 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jun 2018 11:13 PM (IST)
Bihar Board 12th Result 2018: पिछले साल की तुलना में बेहतर रहा परिणाम, देखें डिटेल
Bihar Board 12th Result 2018: पिछले साल की तुलना में बेहतर रहा परिणाम, देखें डिटेल

पटना [जेएनएन]। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इंटर परीक्षा 2108 का रिजल्‍ट जारी कर दिया गया है। शिक्षा मंत्री कृष्‍णनंदन वर्मा और बोर्ड अध्‍यक्ष आनंद किशोर ने यह रिजल्‍ट जारी किया है। इस बार कुल 52.95 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। पिछले साल की तुलना में परिणाम अच्‍छे हैं। इंटर के रिजल्ट में इस बार आर्ट्स में छात्राएं तथा कॉमर्स और साइंस में छात्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।

कला संकाय में 57.98 छात्राएं तथा 42.02 फीसद छात्रों को सफलता मिली है। परीक्षा में 4,48,934 विद्यार्थी शामिल हुए। इसमें 2,64,356 छात्राएं और 1,91,598 छात्र उत्तीर्ण हैं। वाणिज्य संकाय में 34.65 फीसद छात्राएं तथा 65.35 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। परीक्षा में 50,787 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें 17,785 छात्राएं तथा 33,544 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं।

विज्ञान में 29.17 फीसद छात्राएं तथा 70.83 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। परीक्षा में 6,91,534 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें 2,04,125 छात्राएं तथा 4,95,735 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। तीनों संकाय मिलाकर 40.28 फीसद छात्राएं तथा 59.72 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए हैं।

3.40 फीसद छात्राएं फर्स्‍ट
इस साल ओवरऑल 3.40 फीसद छात्राएं प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई है। वहीं, 4.38 फीसद छात्र प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं। आर्ट्स में 2.01 फीसद छात्र तथा 4.42 फीसद छात्राओं ने प्रथम श्रेणी प्राप्त किया है। कॉमर्स में 17.74 फीसद छात्र और 16.24 फीसद छात्राएं तथा साइंस में 4.94 फीसद छात्र और 1.78 फीसद छात्रा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई है।

साइंस में अधिक रहे अनुपस्थित
साइंस संकाय में सबसे अधिक 15,922 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। जबकि कला और वाणिज्य संकाय में क्रमश: 542 और 7020 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन के बाद भी परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं। कदाचार के आरोप में 1009 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए। इसमें साइंस में 734, आट्र्स में 258 तथा कॉमर्स के 250 परीक्षार्थी शामिल हैं।

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बोर्ड अध्‍यक्ष अानंद किशोर ने बताया कि जो परीक्षार्थी अपने परिणाम से संतुष्‍ट नहीं हैं, वे स्‍क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं। 13 जून से 20 जून तक स्‍क्रूटनी की तिथि है। इसके लिए 70 रुपये शुल्‍क अदा करना होगा। वहीं, जुलाई में कंपार्टमेंटल परीक्षा होगी और अगस्‍त में रिजल्‍ट जारी किया जायेगा।

वहीं, पिछले साल इंटर में ओवरऑल 35 फीसद रिजल्ट रहा था। आर्ट्स में 37.13 फीसद परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे। 5,33,915 में 1,24,389 छात्रा और 73,861 छात्र उत्तीर्ण हुए थे। साइंस में 6,46,231 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसमें 1,42,445 छात्र और 52,147 छात्रा उत्तीर्ण हुई थीं। कॉमर्स का रिजल्ट सबसे बेहतर रहा था। 73.76 फीसद परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे। परीक्षा में 60,022 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें 28,317 छात्र और 15,956 छात्राओं को सफलता मिली थी।

फर्स्‍ट डिविजन इतना भी नहीं हुए थे पास
साइंस संकाय में 2015 में 6,24,662 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। 89.32 फीसद उत्तीर्ण हुए थे, जिसमें 49.17 फीसद प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए थे। 2016 में 5,50,569 परीक्षा में शामिल हुए थे। इसमें 67.06 फीसद उत्तीर्ण तथा 21.75 फीसद प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए थे। 2017 में 6,46,231 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिसमें 30.11 फीसद उत्तीर्ण तथा 8.93 फीसद ने प्रथम श्रेणी प्राप्त किया था। वाणिज्य संकाय में 2015 में 90.55 तथा 2016 में 80.87 फीसद परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे। इसमें से क्रमश: 31.79 और 23.78 फीसद प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए थे। 2017 में 16.29 फीसद प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए थे।

साइंस संकाय में सबसे अधिक परीक्षार्थी
इंटर वार्षिक परीक्षा-2018 में शामिल होने के लिए 12,07,986 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें कला संकाय में 4,55,971, साइंस में 6,99,851, कॉमर्स में 51,325 तथा वाकेशनल में 831 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इस बार की परीक्षा नए पैटर्न से छह से 16 फरवरी तक सूबे के 1384 केंद्रों पर ली गई थी। पटना में 66,419 परीक्षार्थियों के लिए 82 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस बार 50 फीसद प्रश्न बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ थे। जिनका जवाब ओएमआर शीट पर देना था। इसके अतिरिक्त 30 फीसद प्रश्न दो-दो अंक के लघु उत्तरीय और 20 फीसद अंक के दीर्घउत्तरीय प्रश्न पूछे गए थे। प्रश्न पत्र वायरल नहीं हो इसके लिए केंद्र पर मौजूद किसी भी अधिकारी और कर्मी को स्मार्ट फोन ले जाने पर पाबंदी थी।


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