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तेजस्‍वी यादव के डर के कारण टूटा कांग्रेस और राजद का गठजोड़, बिहार बीजेपी ने किया है ये दावा

Bihar Politics बिहार में कांग्रेस और राजद के बीच चल रही तनातनी के बीच भाजपा ने तेजस्‍वी यादव पर डरे होने का आरोप लगाया है। भाजपा नेताओं ने कहा कि तेजस्‍वी का डर ही कांग्रेस और राजद का गठबंधन टूटने का कारण है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Sat, 30 Oct 2021 08:02 AM (IST)Updated: Sat, 30 Oct 2021 08:02 AM (IST)
तेजस्‍वी यादव के डर के कारण टूटा कांग्रेस और राजद का गठजोड़, बिहार बीजेपी ने किया है ये दावा
तेजस्‍वी यादव और सुशील मोदी। फाइल फोटो

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: बिहार भाजपा की ओर से प्रदेश उपाध्‍यक्ष राजीव रंजन, पूर्व उप मुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी और प्रदेश प्रवक्‍ता संजय सिंह टाइगर ने एक साथ राजद पर हमला किया है। भाजपा नेता राजीव रंजन ने राजद-कांग्रेस में मचे घमासान का कारण कांग्रेस में कन्हैया की इंट्री को बताया है। उन्होंने कहा कि राजद-कांग्रेस में छिड़ा युद्ध भले ही ऊपर से दो विधानसभा सीटों की लड़ाई भर नजर आती है, लेकिन हकीकत में इनके अलगाव के पीछे की कहानी कुछ और है। तलाक के पीछे टुकड़े-टुकड़े गैंग के सरगना कन्हैया कुमार का कांग्रेस में आना है।

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अपने बेटे के भविष्‍य के लिए कन्‍हैया को खतरा मानते हैं लालू यादव

राजद सुप्रीमो लालू यादव टुकड़े-टुकड़े गैंग के इस सरगना को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का प्रतिद्वंद्वी और राजद के भविष्य के लिए खतरा मानते हैं। इसीलिए उन्होंने 2019 के लोस चुनाव में उसे टिकट भी नहीं दिया था, लेकिन कांग्रेस ने बिना उनसे पूछे भारत के टुकड़े करने का ख्वाब देखने वाले को कांग्रेस में जगह दे दी, यही इनकी अंदरुनी रार का कारण बना है।

राजग ने स्थापित किया कानून का राज : सुशील मोदी

राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा है कि लालू-राबड़ी राज में बिहार का कोई भी चुनाव बिना हिंसा और बूथ लूट के नहीं होता था। गरीबों को वोट नहीं देने दिया जाता था, बल्कि उनके वोट छीने जाते थे या साड़ी, शराब या नकद रुपये का लोभ देकर हथियाए जाते थे। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने कानून का राज स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि अब किसी की मजाल नहीं कि भय या प्रलोभन से किसी के वोट हासिल कर ले। सत्तारूढ़ दल जनता की सेवा के बदले मजदूरी के रूप में वोट मांगते हैं, बूथ नहीं लूटते। अब तक राजग के कार्यकाल में नौ चुनाव हो चुके हैं, परंतु न तो चुनावी हिंसा हुई और न ही कोई मारा गया। वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में 61 लोग मारे गए थे, जबकि साल भर बाद 2001 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान 196 लोगों की जान गई थी।

चुनाव से पहले राजद ने मान लिया हार : टाइगर

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह टाइगर ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा है कि चुनाव के पहले ही राजद ने हार स्वीकार कर ली है। अभी से ही अधिकारियों पर आरोप लगाना इस बात का संकेत है कि राजद को चुनाव में अपनी करारी हार का आभास हो चुका है। अभी से बहाना ढूंढऩे की तैयारी शुरू कर दी है। मतदान के दिन राजद ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाएगा। मतगणना के बाद ईवीएम को कोसेगा और चुनाव आयोग को गाली देगा। राजद की हताशा की यह स्थिति है कि जिस लालू यादव को विधानसभा के आम चुनाव में अपने पोस्टर-बैनर तक से गायब कर दिया था, उन्हें अस्वस्थता के बावजूद प्रचार अभियान में उतरने पर विवश कर दिया।


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