चिराग के सारे दावे हो गए हवा, बिहार बीजेपी अध्यक्ष बोले- लोजपा पशुपति पारस की, वह करेंगें चुनाव प्रचार
चिराग पासवान कुशेश्वरस्थान और तारापुर में होने वाले उप चुनाव के लिए लोजपा के उम्मीदवार उतारने की बात कह रहे थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने प्रत्याशी की घोषणा को आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में सधे अंदाज में कहा कि लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तो अब पशुपति कुमार पारस हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना : सांसद चिराग पासवान कुशेश्वरस्थान और तारापुर में होने वाले उप चुनाव के लिए लोजपा के उम्मीदवार उतारने की बात कह रहे थे। उन्होंने दावा किया था कि पार्टी का चुनाव चिह्न उनके पास है। पशुपति पारस के लोजपा को अपना बताने के बाद अब एनडीए की ओर से भी उन्हें झटका लगा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रत्याशी की घोषणा को आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में बड़े ही सधे अंदाज में कहा कि लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तो अब पशुपति कुमार पारस हैं। वह राजग की सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं। इसलिए वह निश्चित रूप से इन दो सीटों पर होने वाले उप चुनाव में राजग प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। हम लोग एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं।
सम्राट और सहनी बोले-हम तो वोटर भी हैं भाई
एनडीए के प्रत्याशी घोषित करने के दौरान पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी और पशु पालन मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि हम हम तो वोटर भी हैं भाई। दरअसल उपचुनाव के लिए प्रत्याशी की घोषणा के दौरान पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि हम तो तारापुर विधानसभा क्षेत्र के वोटर भी हैं। उनके परिवार ने वहां काफी काम किया है। पूरी तरह से राजग को जिताने में लगेंगे। पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि हम कुशेश्वरस्थान से वोटर हैैं।
पांच अक्टूबर को प्रत्याशी भरेंगे पर्चा
जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि पांच अक्टूबर को दोनों प्रत्याशियों द्वारा पर्चा दाखिल किया जाएगा। इनके लिए प्रचार भी संयुक्त रूप से चलेगा यानी राजग के सभी घटक दल इनकी जीत के लिए जोर लगाएंगे। बता दे कि अमन हजारी के पिता शशिभूषण हजारी कुशेश्वरस्थान से जदयू के विधायक थे। उनके निधन से वह सीट खाली हुई है। वहीं तारापुर से मेवालाल चौधरी जदयू के विधायक थे। कोरोना से उनकी मृत्यु के बाद वहां उप चुनाव हो रहा है। पिछले चुनाव में कुशेश्वरस्थान में कांग्रेस और तारापुर में राजद के उम्मीदवार निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे थे, जबकि लोजपा ने जीत-हार में निर्णायक भूमिका निभाई थी।