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बिहार: बैंक हड़ताल पहले दिन रही असरदार, निजीकरण के विरोध में मंगलवार को भी कामकाज रहेंगे ठप

पूरे बिहार में 70 हजार करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हुआ । एसबीआइ सहित सभी वाणिज्यिक व ग्रामीण बैंक की शाखाएं बंद रहीं। 6000 के करीब सरकारी बैंकों की शाखाएं बंद रहीं। 6615 एटीएम हैं राज्य में 1042 एटीएम निजी बैंकों के हैं ।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Mon, 15 Mar 2021 09:27 PM (IST)Updated: Mon, 15 Mar 2021 09:27 PM (IST)
बिहार: बैंक हड़ताल पहले दिन रही असरदार, निजीकरण के विरोध में मंगलवार को भी कामकाज रहेंगे ठप
कल मंगलवार को भी बैंक हड़ताल, सांंकेतिक तस्‍वीर ।

पटना, जागरण संवाददाता। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर सोमवार से शुरू राष्ट्रव्यापी दो दिवसीय बैंक हड़ताल का पटना सहित राज्य भर में व्यापक असर देखने को मिला। सुबह दस बजे के पहले ही बैंक कर्मचारी व अधिकारी मंडल और क्षेत्रीय कार्यालयों के समक्ष धरना पर बैठ गए। भारतीय स्टेट बैंक, ग्रामीण बैंक व वाणिज्यिक बैंक की शाखाएं बंद रहीं। मंडल और क्षेत्रीय कार्यालयों पर जमकर नारेबाजी भी हुई। शाखाओं पर भी कर्मचारी धरना पर बैठे। बैंक यूनियनों ने दावा किया कि हड़ताल की वजह से बिहार में 70 हजार करोड़ रुपये का लेनदेन बाधित हुआ है।

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निजी बैंकों को छोड़ अन्य सभी बैंकों की शाखाओं का शटर गिरा रहा। हड़तालियों का एक जत्था इक्जीबिशन रोड, फ्रेजर रोड, बोरिंग रोड, कंकड़बाग स्थित निजी बैंकों को भी बंद करा दिया। हालांकि, शाम को फिर इनका शटर उठ गया।

ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के वरीय उपाध्यक्ष डॉ. कुमार अरविंद ने कहा कि बैंक हड़ताल का बिहार में व्यापक असर है। सरकारी बैंकों की लगभग 6000 शाखाएं आज बंद रहीं। भारतीय स्टेट बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव अजीत मिश्रा ने कहा कि पूरे बिहार में भारतीय स्टेट बैंक की सभी शाखाएं बंद हैं। प्रदेश में दो दिवसीय बैंक हड़ताल पूरी तरह सफल है।

निजीकरण नहीं करेंगे बर्दाश्त

बिहार प्रोविंसियल बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन के उप महासचिव संजय तिवारी ने कहा कि बैंक, एलआइसी, साधारण बीमा कंपनियों सहित अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों को सरकार कॉरपोरेट घराने के हाथों में सौंप देना चाहती है। राष्ट्रीयकरण के बाद बैंकों ने जो कार्य किया उससे देश की अर्थव्यवस्था मंदी के दौरान भी मजबूत रही। फिर भी बैंकों का निजीकरण किया जा रहा है। हम यह बर्दास्त नहीं करेंगे।

ग्रामीण बैंकों की 2110 शाखाएं बिहार में बंद रहीं

ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने कहा कि कुल छह हजार में से ग्रामीण बैंकों की 2110 शाखाएं बिहार में बंद रहीं। इन शाखाओं के बंद रहने से बिहार में कुल 50 से 70 हजार करोड़ रुपये का कारोबार बाधित हुआ है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को भी हड़ताल जारी रहेगी। बैंक इंप्लाइज फेडरेशन के महासचिव जेपी दीक्षित ने भी हड़ताल को सफल बताया है।

एटीएम कहीं खुले, कहीं बंद

एटीएम कहीं बंद कहीं खुले मिले। पटना जंक्शन, मीठापुर बस पड़ाव, गांधी मैदान इलाके में एटीएम खुले रहे। मोहल्ले के एटीएम भी खुले रहे, लेकिन प्रमुख सड़कों पर स्थित एटीएम बंद मिले। बिहार में कुल 6615 एटीएम हैं। इनमें 1042 एटीएम निजी बैंकों के हैं।


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